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कलयुगी पिता ने देखभाल करने से तंग आकर अपने बच्चों को उतारा था मौत के घाट

 
धार ,23 दिसंबर(इ खबरटुडे)। जिले के गांव मुलथान में पिता ने अपने दो बच्चों की केवल इसलिए हत्या कर दी क्योंकि पत्नी मजदूरी करती थी और उसे बच्चों की संभालने की जिम्मेदारी दी थी। देखभाल करने से तंग आकर उसने अपने 6 साल के बेटे आयुष और 4 साल के शुभम को पानी से भरे गड्ढे में फेंक दिया। इससे दोनों की मौत हो गई थी। पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने सोमवार को धार में पत्रकार वार्ता में पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि 23 सितंबर को गांव मुलथान में पानी से भरे गड्ढे में दो बच्चों के शव पाए गए थे। पड़ताल करने पर उनके नाम आयुष और शुभम मालूम हुए। घटनास्थल से करीब 2 किमी दूर पिता की बाइक मिली थी। संदेह था कि कहीं पिता धर्मेंद्र (30) पिता नंदराम की भी हत्या नहीं कर दी गई हो। घटना के कुछ दिन बाद कुछ लोगों को गोधरा रेलवे स्टेशन पर धर्मेंद्र दिखा तो शक की सुई उस पर घूमी। वह फरार था। पुलिस ने अलग-अलग स्तर पर दबिश दी। रविवार को उसे बदनावर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह कुछ काम करता नहीं था तो ससुराल आकर रिटोड़ा रहने लगा। मूल रूप से धर्मेंद्र रतलाम जिले के बिलपांक थाना के ग्राम पग्गीपाड़ा का रहने वाला है। पूछताछ में बताया कि उसकी पत्नी ने यह कहा था कि मैं मजदूरी करूंगी और तुम दोनों बच्चों की घर पर रहकर देखभाल करना। देखभाल करने से वह तंग आ चुका था और ऐसे में उसने शराब पी और 23 सितंबर को बच्चों की हत्या कर दी।