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Barwani News: शरीर को स्वस्थ रखने में योग की है अहम् भूमिका 

 

Barwani News: शहर के प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस एसबीएन शासकीय पीजी कॉलेज में बुधवार को स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ ने संवाद कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें प्रशिक्षित योगाभ्यासी वर्षा शिंदे ने कहा पहला सुख निरोगी काया है। यदि आप भी स्वस्थ शरीर रूपी सुख पाना चाहते हैं तो आज से ही योग से जुड़ जाइए।

उन्होंने कहा योग भारत की प्राचीन ज्ञान परंपरा का अनमोल मोती है। पतंजलि जैसे योगाचार्यों ने इसे लिपिबद्ध किया। पतंजलि के योगदर्शन में 195 सूत्र हैं। यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि जैसे अष्टांग से योग साधक दिव्य अनुभूतियां कर सकते हैं। उन्होंने बताया वें रोजाना सुबह 5 बजे से योगाभ्यास करती हैं।

एक घंटे का योग, ध्यान और व्यायाम जीवन में अवर्णनीय आनंद देता है। विद्यार्थियों को एकाग्रता और स्मरण शक्ति की जरूरत होती है। योग और ध्यान इसमें मदद करते हैं। योग में विधिवत शिक्षा लेकर इसे प्रोफेशन भी बनाया जा सकता है। आज अच्छे योग शिक्षकों की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने योगकुलम इंस्टीट्यूट लखनऊ से पीजी डिप्लोमा इन योग थेरेपी की डिग्री प्राप्त की है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पहले वर्ष में योग और ध्यान को आधार पाठ्यक्रम में शामिल किया है।

योग में बीए, एमए, नेट-सेट और पीएचडी की जा सकती है। स्कूलों में योग शिक्षक और कॉलेजों में असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकते हैं। योग और ध्यान के प्रशिक्षक डॉ. मधुसूदन चौबे ने कहा इस सत्र में विद्यार्थियों ने योग के सैद्धांतिक और व्यावहारिक पहलू सीखे। इन्हें जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। रोज घर पर आसन और प्राणायाम करें। परिवार के अन्य सदस्यों को भी सिखाएं और घर में योग का वातावरण बनाएं। आयोजन में वर्षा मुजाल्दे, दिव्या जमरे, डॉ. अंतिम मौर्य सहित विद्यार्थी मौजूद थे।