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2 साल 8 माह बाद भी शुरू नहीं हुआ काम

 

Tikamgarh News: निवाड़ी जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर दूर सिनौनिया गांव की डायस्पोर पहाड़ी पर स्थित तारामाई मंदिर तक पहुंचना आज भी श्रद्धालुओं के लिए आसान नहीं है। मंदिर तक जाने के लिए लगभग 436 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, जिससे बुजुर्गों और महिलाओं के लिए यह सफर कठिन हो जाता है।

इसी वजह से 23 जनवरी 2023 को केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ओरछा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान इस मंदिर तक रोप-वे बनाने की घोषणा की थी। उस समय तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और निवाड़ी विधायक अनिल जैन सहित कई नेता मंच पर मौजूद थे।

लेकिन 2 साल 8 महीने बीत जाने के बाद न तो रोप-वे का निर्माण शुरू हुआ और न ही इस दिशा में कोई आधिकारिक पहल हुई। नतीजा यह है कि अब तक प्रस्ताव तैयार होना तो दूर, काम की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई। स्थानीय लोग मानते हैं कि रोप-वे बन जाने से मंदिर तक पहुंच आसान होगी और यह धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित हो सकता है। इससे न केवल गांव का विकास होगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे और आसपास के गांवों से पलायन पर भी रोक लगेगी।

तारामाई मंदिर करीब 450 साल पुराना है। यहाँ देवी तारामाई के साथ हनुमानजी, भैरवजी और गणेशजी भी विराजमान हैं। यह स्थान रघुकुल राजघराने की कुलदेवी के रूप में पूजा का केंद्र है और स्थानीय मान्यताओं के अनुसार चमत्कारी है। कहा जाता है कि जब रानी कुंवर गणेशी भगवान राम की प्रतिमा अयोध्या से लाई थीं, उसी समय इस मंदिर की स्थापना कराई गई थी। पहाड़ी से ओरछा का रामराजा मंदिर भी दिखाई देता है।

निवाड़ी कलेक्टर लोकेश जांगिड़ ने कहा कि रोप-वे से जुड़े किसी प्रस्ताव या चर्चा की उनके सामने कोई जानकारी नहीं है। यदि पूर्व में कोई घोषणा हुई है तो इसकी जांच करवाई जाएगी। वर्तमान में इस दिशा में कोई आधिकारिक प्रस्ताव नहीं है, इसलिए परियोजना अब तक शुरू नहीं हो पाई है।