पेड़ जीवन का आधार, पर्यावरण बचाने निकाली गई जागरूकता रैली
Tikamgarh News: मध्य प्रदेश के एक गांव में परमार्थ स्वयंसेवी संस्था ने पर्यावरण बचाने के उद्देश्य से पौधरोपण और जागरूकता अभियान चलाया। यह कार्यक्रम संस्था के संस्थापक डॉ. संजय सिंह के मार्गदर्शन में और कार्यकर्ता धनीराम रैकवार के नेतृत्व में हुआ। भेलदा गांव में ग्रामीणों को जंगलों की कटाई के नुकसान, पौधरोपण की ज़रूरत और पर्यावरण संतुलन के महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया।
धनीराम रैकवार ने चौपाल में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पेड़ केवल हरियाली नहीं, बल्कि जीवन के आधार हैं। उन्होंने जंगलों की अंधाधुंध कटाई को मानव जीवन के लिए गंभीर खतरा बताया और कहा कि इससे जलवायु परिवर्तन, बारिश में कमी और तापमान में बढ़ोतरी जैसी समस्याएं जन्म ले रही हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे अधिक से अधिक पेड़ लगाएं और जंगलों की रक्षा करें।
सभा में यह भी बताया गया कि जंगल न केवल हमारी ज़रूरतों को पूरा करते हैं, बल्कि हमें महुआ, तेंदूपत्ता, आंवला, गुली, आचार जैसी चीजें भी देते हैं, जो पोषण के साथ-साथ आय का भी साधन हैं। इसके अलावा जंगलों से मिट्टी का कटाव रुकता है, भूमिगत जलस्तर स्थिर रहता है और वर्षा भी नियमित होती है।
कार्यक्रम के दौरान गांव में एक जनजागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें महिलाएं, बच्चे, युवा और बुजुर्ग शामिल हुए। सभी ने "पौधा लगाओ, जीवन बचाओ" जैसे नारों के साथ पूरे गांव में पर्यावरण संरक्षण का संदेश फैलाया। रैली के बाद एक संवाद सत्र आयोजित हुआ, जिसमें ग्रामीणों ने भी अपने विचार साझा किए। अंत में सभी को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई गई।
इस आयोजन में संस्था के कार्यकर्ता, जल सहेलियां, पुरुष, महिलाएं और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हुए और पेड़-पौधों की रक्षा करने का संकल्प लिया।