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इंदौर-उज्जैन ग्रीन फील्ड रोड सहित 8323.26 करोड़ रुपए की तीन योजनाओं को हरी झंडी ,शहर विकास के लिए भोपाल में हुई बैठक में मंजूरी, अब तेजी से आगे बढ़ाएंगे काम

 

शहर और आस-पास के विकास कार्यों को लेकर भोपाल में एक अहम बैठक रखी गई। जिसमें 8323.26 करोड़ की तीन योजनाओं का यस्ता साफ हो गया है।

कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने बताया कि इनमें टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इन योजनाओं के जमीन पर उतरने से शहर और आस-पास के रहवासियों को सुविधा मिलेगी। सिंहस्थ को देखते हुए खासकर आवागमन में सुविधा के लिए इन तीनों योजनाओं को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। योजनाएं सिंहस्थ 2028 के पहले पूरी करने का लक्ष्य है।

इन तीन योजनाओं को मिली मंजूरी

उज्जैन-जावरा

ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल रोड

लंबाई: 98.70 किमी।

कुल परियोजना लागतः 5017.00 करोड़ रुपए।

फायदा : इसका टेंडर हो

चुका है। इस परियोजना का काम 2 साल में पूरा होने की उम्मीद है। इंदौर, उज्जैन, रतलाम जैसे बड़े शहरों के बीच

कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

उद्योग, लॉजिस्टिक पार्क और मंडियों तक किसान अपनी उपज जल्द ही ले जा सकेंगे। हर 5 किमी पर क्रॉसिंग बनाएंगे।

हरिफाटक ब्रिज (4 लेन रोड ओवर ब्रिज) लंबाई: 980 मीटर कुल परियोजना लागतः 371.11 करोड़ रुपए।

फायदा: यह ब्रिज इंदौर-उज्जैन सिक्सलेन मार्ग को जोड़ेगा। इंदौर रोड से महाकाल मंदिर और रेलवे स्टेशन जाने वाले यातायात को सुगम बनाएगा, जिससे पुराने हरिफाटक चौराहे पर

लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। 7 मीटर सर्विस रोड और 2 मीटर चौड़ा फुटपाथ बनाएंगे।

इंदौर-उज्जैन ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड मार्ग

लंबाई: 48.10 किमी

कुल परियोजना लागतः 2935.15 करोड़ रुपए

फायदा: इस एक्सप्रेसवे

के पूरा होने के बाद इंदौर से उज्जैन की दूरी मात्र 40-45 मिनट में तय की जा सकेगी। इस मार्ग का निर्माण एक्सेस कंट्रोल के रूप में बाधा रहित यातायात संचालन के लिए किया जा रहा है। आपातकालीन सेवाओं में लगे वाहनों के लिए प्रत्येक 5 किमी पर क्रॉसिंग रहेंगे।