ये है मप्र का ताज महल जिसे बनाने में लगे थे 13 साल, आज भी यहां से आती है पायल छनकने की आवाज
MP Tourism : आगरा के ताजमहल के बारे में तो पूरी दुनिया जानती है लेकिन क्या आप जानते हैं कि मध्य प्रदेश में भी एक ताजमहल है। जी हां मध्य प्रदेश में भी एक ताजमहल है जिसे बनाने में 13 साल का टाइम लगा था और इस काले पत्थरों से बनाया गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां आज भी पायल झनकने की आवाज आती है।
मध्य प्रदेश का ताजमहल, जिसे "काला ताजमहल" कहा जाता है, बुरहानपुर में स्थित है। यह ताजमहल आगरा के प्रसिद्ध ताजमहल से प्रेरित है और उतावली नदी के किनारे बना हुआ है। काला ताजमहल का निर्माण 1623 में शाहनवाज खान की याद में किया गया था, जो मुगल शासक जहांगीर के एक सेनापति थे।
काला ताजमहल की वास्तुकला आगरा के ताजमहल जैसी ही है, लेकिन यह काले पत्थरों से बना हुआ है, जो इसे एक अनोखा और आकर्षक स्थल बनाता है। इस स्मारक का निर्माण शाहनवाज खान की पत्नी ने करवाया था, जो अपने पति की याद में इस भव्य स्मारक को बनवाना चाहती थीं।
काला ताजमहल की संरचना में एक मुख्य मकबरा है, जो शाहनवाज खान की समाधि पर बना हुआ है। इसके चारों ओर सुंदर बाग़ और फव्वारे हैं, जो इस स्थल की सौंदर्यता को बढ़ाते हैं। काला ताजमहल की वास्तुकला में मुगल शैली का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है, जो इसे एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल बनाता है।
काला ताजमहल मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में स्थित है, जो एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण शहर है। बुरहानपुर का इतिहास मुगल काल से जुड़ा हुआ है, और काला ताजमहल इस शहर की सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक इमारतों में से एक है।
आजकल, काला ताजमहल एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, जो मध्य प्रदेश के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है। पर्यटक इस स्थल को देखने के लिए आते हैं और इसकी सुंदर वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व का अनुभव करते हैं। काला ताजमहल मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे संरक्षित और प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।