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मप्र के इस जिले को लगा बड़ा झटका : नहीं बसाया जाएगा उद्योग नगर, शासन ने स्वीकृति देने से किया इनकार

 

MP News: मध्य प्रदेश राज्य में एक जिले में शासन ने उद्योग नगर स्थापित करने हेतु स्वीकृति देने से मना कर दिया है। सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनाने के लिए योजनाओं की झड़ी लगा रही है, लेकिन श्योपुर जिला मुख्यालय के बगवाज में उद्योग नगर बसाने का प्रस्ताव फिर लटक गया है, क्योंकि इस प्रस्ताव को खर्च के लिहाज से अपर्याप्त जगह बताते हुए शासन ने स्वीकृति देने से इंकार कर दिया है।

निजी जमीन पर उद्योग लगाने में कई बाधाएं आती हैं और युवाओं के सपनों को उड़ान देने के लिए केवल जमीन चाहिए। शासन की 23 साल से जारी उदासीनता का सबसे बड़ा खामियाजा उन युवाओं को उठाना पड़ रहा है, जो उद्योग लगाकर स्वरोजगार चाहते हैं। प्रदेश के पिछडे जिलों में शुमार श्योपुर में जमीन और आधारभूत सुविधाओं का अभाव अखरने लगा है।

अमराल नदी किनारे सीमित दायरे में बने पुराने उद्योग नगर में अब जगह शेष नहीं है। पिछले साल बगवाज में 8 हेक्टेयर क्षेत्रफल में नया उद्योग नगर बसाने की योजना से उम्मीद जगी थी, लेकिन विभागीय अधिकारी भी इसे जरूरत से बेहद कम मान रहे हैं।

उद्योग लगाने आधी से कम जमीन बचेगी, जो खर्च के मान से कम, नई जगह ढूंढें

विभागीय अधिकारियों ने बताया है कि प्रस्ताव तो शासन को भेजा गया था। एलयूएन के मार्फत प्रस्ताव गया था, जिस पर करीब 10 करोड़ रुपए के बजट की आवश्यकता थी। इसमें सब स्टेशन सहित सभी आवश्यक सुविधाएं प्रस्तावित की गई थीं। लेकिन 10 माह बाद शासन ने यह कहते हुए प्रस्ताव स्वीकृति से इंकार कर दिया कि उपलब्ध जमीन कम है। विकास पर खर्च के बाद महज 4 हेक्टेयर उद्योगों के लिए बचती, जो पर्याप्त नहीं है।

10 साल पहले भी लौटा दिया था 18 हेक्टेयर भूमि का प्रस्ताव

यह पहली बार नहीं है जब श्योपुर उद्योग नगर की दौड़ में पिछड़ा। वर्ष 2014 में भी बायपास रोड पर 18 हेक्टेयर भूमि पर उद्योग नगर बसाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। करीब 10 करोड़ रुपए का यह प्रोजेक्ट बजट और एनओसी न मिलने से ठंडे बस्ते में चला गया।

18 साल से नहीं हटे उद्योग के लिए रिजर्व जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे

श्योपुर का मौजूदा उद्योग नगर तहसील काल का है, जिस पर 2006-07 में ही कब्जे होने लगे। उसके बाद से यहां नए उद्योग लगाने की संभावना ही खत्म हो गई। नतीजा यह हुआ कि पिछले कई वर्षों में अपवाद स्वरूप कुछ उद्योग नगर के बाहर जरूर शुरू हुए, लेकिन नया उद्योग नगर आज तक नहीं बन पाया।

प्रस्ताव स्वीकृत नहीं होगा

नवल माहौर, उद्योग विभाग श्योपुर ने बताया कि बगवाज के उद्योग नगर की जो जगह है, वह कम है। विकास के बाद करीब 3-4 हेक्टेयर जमीन ही उद्योगों के लिए शेष रहेगी, जो खर्च के लिहाज से कम है और इसीलिए एक ज्यादा स्पेस वाली जगह का प्रस्ताव तैयार करके भेजने के लिए कहा गया है। नई जगह तलाशी जा रही है।