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नगर में आवारा कुत्तों का आतंक, गोवंशों को बना रहे निशाना

 

Chhatarpur News: नगर परिषद लिधौरा में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। ये कुत्ते अब नगरवासियों के साथ-साथ गोवंशों पर भी हमला कर रहे हैं। बीते कुछ महीनों में कई गोवंशों को कुत्तों ने नोंच-नोंचकर मौत के घाट उतार दिया है। इससे पशुपालक भय और चिंता में हैं।

रात के समय ये कुत्ते वार्डों में बंधे या बाजार में घूम रहे गोवंशों को घेर लेते हैं और हमला कर देते हैं। किसी व्यक्ति के बीच में आने पर उस पर भी झुंड बनाकर हमला कर देते हैं। हाल ही में एक बछड़ा बाड़े में बंधा था, जिसे कुत्ते उठा ले गए और मार डाला। यह सिलसिला कई महीनों से जारी है।

पूर्व सीएमओ प्रदीप मिश्रा के समय में आवारा कुत्तों को पकड़कर नगर से बाहर छुड़वाया गया था, लेकिन फिर से इनकी संख्या बढ़ गई है। कई पशुपालकों ने नगर परिषद से शिकायत की, पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

गोरक्षा समिति ने गोशाला निर्माण और कुत्तों को पकड़वाने की मांग की है। समिति के सदस्यों उमाशंकर भट्ट, आशीष दरोगा, नवनीत शर्मा, मयंक शर्मा, रामेंद्र आदि ने नगर परिषद को ज्ञापन सौंपा है। उनका कहना है कि गोवंशों को सुरक्षित रखने के लिए तत्काल कदम उठाए जाने चाहिए।

नगर परिषद के सीएमओ प्रदीप सिंह भदौरिया का कहना है कि उन्होंने हाल ही में कार्यभार संभाला है। यदि कुत्तों से नगर में परेशानी है, तो इन्हें पकड़वाने की व्यवस्था की जाएगी। साथ ही गोशाला निर्माण के लिए डीपीआर बनाकर शासन को भेजा जाएगा।

पशुपालकों को हो रहा नुकसान
नगर के देवेंद्र कुमार पस्तोर, ठाकुरदास राय, दयाशंकर यादव, प्रमोद सोनी और यादवेंद्र सिंह जैसे पशुपालकों के गोवंशों पर कुत्तों ने हमला कर उन्हें मार डाला है। इससे न केवल पशुओं की हत्या हो रही है बल्कि आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। अगर यही स्थिति रही, तो लोग गोवंश पालने से डरने लगेंगे।

ग्रामीणों का कहना है कि तीन महीने से आवारा कुत्तों का झुंड वार्डों और बाजारों में घूम रहा है। तालाब, नालों और खाली जगहों पर इनका डेरा है। नगर परिषद को इन पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए ताकि जानवरों और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।