सरकारी स्कूलों में बंद खेल और लैब सुविधाएं, फिर भी वसूला जा रहा मनमाना शुल्क
Chhatarpur News: जिले के कई सरकारी स्कूलों में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों से मनमाने तरीके से फीस वसूली की जा रही है। स्कूल प्रबंधन द्वारा बिना विभागीय अनुमति के अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है, जबकि कई स्थानों पर खेल, प्रयोगशाला जैसी सुविधाएं ठप पड़ी हैं।
शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों से केवल निर्धारित मदों जैसे क्रीड़ा, रेडक्रॉस, स्काउट, करियर काउंसलिंग, परीक्षा आदि में शुल्क लेने के निर्देश दिए हैं। बावजूद इसके विद्यार्थियों से अन्य मदों में भी 1000 रुपए तक की वसूली की जा रही है। कई स्कूलों में यह राशि सीधे प्राचार्य के खाते या उनके निकट सहयोगियों के माध्यम से खर्च की जाती है।
ईशानगर हायर सेकंडरी स्कूल में 9वीं के छात्रों से 1270 रुपए और 12वीं से 2250 रुपए तक शुल्क लिया गया, जबकि अधिकांश सुविधाएं मौजूद नहीं हैं। वहीं, लखनगुवां हाई स्कूल में 10वीं के छात्रों से बोर्ड शुल्क समेत कुल 1611 रुपए वसूले गए, जबकि भवन की स्थिति जर्जर है।
पीएमश्री स्कूल-2 में अन्य स्कूलों की तुलना में फीस कम है, लेकिन वहां भी छात्रों से 1500 से 2000 रुपए तक शुल्क लिया जा रहा है।परिजनों का कहना है कि सभी विद्यार्थियों से हर गतिविधि के लिए शुल्क वसूला जा रहा है, जबकि केवल 5% छात्र ही उन गतिविधियों में भाग लेते हैं। डीईओ राजेंद्र प्रजापति ने स्पष्ट किया है कि शाला विकास शुल्क स्वेच्छा से देने योग्य है, यदि किसी स्कूल में ज्यादा शुल्क लिया जा रहा है, तो उसकी जांच की जाएगी।