{"vars":{"id": "115716:4925"}}

रक्षाबंधन से पहले बहन ने खोया इकलौता भाई, खेत से लौटते वक्त कुएं में डूबने से हुई मौत

 

Burhanpur News: खंडवा जिले के पिपल्या तहार गांव में रक्षाबंधन से ठीक तीन दिन पहले एक दर्दनाक हादसे ने पूरे परिवार की खुशियां छीन लीं। 18 वर्षीय कृष्णा तंवर, जो पढ़ाई में होनहार था और अफसर बनने का सपना देख रहा था, खेत से लौटते वक्त कुएं में डूब गया। उसकी मौत से परिवार और गांव में गहरा शोक है।

मंगलवार शाम कृष्णा अपने पिता पवन सिंह को चाय देने खेत गया था। चाय देने के बाद वह घर नहीं लौटा। जब पिता घर आए और बेटे के बारे में पूछा, तो मां और बहन ने बताया कि वह अभी तक वापस नहीं आया है। परिजन और ग्रामीण उसे खोजने निकले तो खेत के पास कुएं के पास उसकी चप्पल पड़ी मिली। कुएं में झांकने पर कृष्णा का शव दिखा, जिसे बाहर निकालकर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

पुलिस को मामला आत्महत्या का लग रहा है क्योंकि कुआं सीधे रास्ते पर नहीं था और चप्पल कुएं के बाहर मिली। उनका मानना है कि कृष्णा ने खुद कुएं में छलांग लगाई होगी। हालांकि, परिजन इसे हादसा मानते हैं। पिता का कहना है कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। न उसका किसी से झगड़ा था, न कोई मानसिक परेशानी। वह पढ़ाई में टॉपर था और बैंक अधिकारी बनने की तैयारी कर रहा था।

कृष्णा ने 10वीं में 85% और 12वीं में 80% अंक हासिल किए थे। उसकी प्रतिभा के लिए मुख्यमंत्री द्वारा 25 हजार रुपये का इनाम भी मिला था। वह घर पर रहकर लगातार पढ़ाई करता था। माता-पिता उसकी पढ़ाई के लिए खेतों में मेहनत करते थे और उसे अफसर बनते देखना चाहते थे।

घटना के बाद मां दुर्गा की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पिता पवन सिंह ने बताया कि जब बेटे का शव मिला, तो वे सीधे घर नहीं लौटे। पत्नी को उन्होंने रातभर यही कहा कि कृष्णा नहीं मिला, हम उसे ढूंढ रहे हैं। सुबह जब सच्चाई बताई गई, तो मां बेसुध हो गई।

कृष्णा की छोटी बहन उर्मिला, जो 10वीं की छात्रा है, रक्षाबंधन के लिए राखी खरीद कर लाई थी। उसने सोचा था कि इस बार अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उसकी लंबी उम्र की दुआ मांगेगी, लेकिन अब वही राखी अलमारी में पड़ी रह गई और भाई सूनी कलाई लेकर इस दुनिया से चला गया।