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Schools offer :स्कूलों का ऑफर एक एडमिशन कराओ, पांच सौ रुपए कमीशन पाओ

 

भोपाल में दाखिलों के लिए बड़े शैक्षणिक संस्थानों में कमीशन के मामले तो आपने सुने होंगे लेकिन अब यह प्राइवेट स्कूलों तक जा पहुंचे हैं। एक एडमिशन कराओ और पांच सौ रुपए पाओ। दस एडमिशन पर पांच हजार रुपए के साथ के साथ एक प्रेस भी फ्री।

 कुछ इस तरह के ऑफर शहर के प्राइवेट स्कूलों की ओर से सामने आए। स्कूलों में नामांकन की संख्या बढ़ाने के लिए इस तरह के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के लिए शिक्षक घर-घर पहुंच रहे हैं। 

राजधानी में 1600 प्राइवेट स्कूल संचालित हो रहे हैं। इनमें 150 सीबीएसई स्कूल शामिल है। इनमें प्रवेश प्रक्रिया दिसबर से फरवरी के बीच पूरी हो चुकी है। इनकी रिपोर्ट सीबीएसई बोर्ड के पास है।

प्रदेश से जुड़े प्राइवेट स्कूलों की ्प्राइमरी कक्षाओं में शून्य दाखिले हैं। अप्रेल में जारी रिपोर्ट के मुताबिक ये स्तर है। इसके पीछे अधिकारियों ने डाटा एंट्री में कमी को कारण बताया है। बड़े स्कूलों को छोड़ दें तो छोटे स्कूलों में बच्चों की संया ऑफर के भरोसे बढ़ाई जा रही है।

लक्ष्य से दूर सरकारी स्कूल, नहीं मिल रहे बच्चे

सरकार स्कूलों में एडमिशन का टारगेट है। लेकिन ये इससे कोसो दूर है। एक रिपोर्ट के मुताबिक भोपाल के सरकारी स्कूलों में 33155 बच्चों के दाखिले का लक्ष्य है। इसका पांच प्रतिशत ही पूरा हो पाया है।

कक्षा 6 में 40 हजार 307 बच्चे के दाखिले का टारगेट है। जो तीस से चालीस प्रतिशत ही पूरा हुआ।

कक्षा नौंवी में 35 हजार 818 स्टूडेंट के एडमिशन का टारगेट है। इसमें भी आधा टारगेट पूरा नहीं हो पाया है।

जिला शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र अहिरवार ने कहा कि इस तरह से एडमिशन कराना गलत है। ऑफर देकर बच्चों को दाखिलों के लिए बुला रहे स्कूलों की जांच होगी। मामले में कार्रवाई की जाएगी।


सरकारी शिक्षकों बच्चों के घर जाकर उनका एडमिशन कराना है। स्कूलों में दाखिलों संया के लिए इन्हें ये टारगेट है। यह काम 15 जून तक करना होगा। शिक्षक संगठन के उपेन्द्र कौशल के मुताबिक कई जगह शिक्षकों को इसमें परेशानी आ रही है। अभिभावक न मिलने से खाली हाथ लौट रहे हैं।