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टीकमगढ़ में अमीर लोगों ने गरीबों के राशन का किया दुरुपयोग

 

Tikamgarh News: टीकमगढ़ जिले में गरीबों को मिलने वाला निशुल्क राशन कई ऐसे लोगों तक पहुंच रहा है, जो इसके पात्र नहीं हैं। जिले में हाल ही में की गई जांच में सामने आया कि सरकारी कर्मचारी, व्यापारी और प्राइवेट कंपनी में काम करने वाले लोग गरीबी रेखा से ऊपर होने के बावजूद राशन ले रहे हैं।

नगर पालिका में काम करने वाले कुछ इंजीनियर और जतारा में शिक्षक के नाम पर भी राशन जारी किया जा रहा है। इनके परिवार की आय छह लाख रुपए से अधिक है, फिर भी ये हितग्राहियों की सूची में शामिल हैं। जिले के अन्य हिस्सों में भी 1100 से अधिक ऐसे लोग पाए गए हैं, जिनमें व्यापारी, कंपनियों के डायरेक्टर, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वेटरनरी डॉक्टर और डाक विभाग के अधिकारी शामिल हैं।

जिला खाद्य विभाग के अनुसार, राशन वितरण प्रणाली में पात्रता जांच के बावजूद कई अपात्र नाम जुड़ गए हैं। वार्डों और गांवों में ऐसे लोगों की संख्या बढ़कर 1109 हो गई है। इनमें कुछ लोगों का सालाना टर्नओवर 25 लाख रुपए से अधिक है और वे जीएसटी दाता भी हैं। इसके बावजूद इनके नाम पर राशन वितरण किया जा रहा है।

अधिकारी बता रहे हैं कि अपात्र लोगों को नोटिस जारी किया जाएगा और जवाब मिलने के बाद शासन के निर्देशानुसार कार्रवाई की जाएगी। राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता बनाए रखने और असली जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाने के लिए यह कदम आवश्यक है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की अनियमितताएं गरीबों के लिए बनाई योजनाओं के उद्देश्य को कमजोर करती हैं। प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने की बात कही है कि भविष्य में केवल पात्र लोग ही राशन का लाभ उठाएं। इसके लिए सूची की समीक्षा और केवायसी जांच की जा रही है।