मध्य प्रदेश में फोरलेन सड़क के गड्ढों की मरम्मत शुरू, गुणवत्ता पर उठे सवाल
MP News: दमोह नाका से पन्ना नाका तक फोरलेन सड़क पर गड्ढे भरने का काम सिविल अस्पताल से शुरू कर दिया गया है। हालांकि शुरुआत के साथ ही पेंचवर्क की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं। सड़क में केवल गिट्टी और डस्ट डालकर मरम्मत की जा रही है, जिससे जैसे ही भारी वाहन निकलेंगे, गड्ढे फिर से उभर आएंगे। साथ ही गिट्टी सड़क पर फैलने से दोपहिया वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को परेशानी हो सकती है।
फोरलेन की खराब हालत की खबरों के बाद कलेक्टर ने एमपीआरडीसी को निर्देश दिए कि सड़क को चलने लायक बनाया जाए। तकनीकी नियमों के अनुसार, गड्ढों की मरम्मत के लिए पहले डामर निकालकर पेंच को 20 सेमी तक खुदाई करनी चाहिए, फिर उसमें डस्ट और गिट्टी मिक्स मटेरियल डालकर रोलर से दबाना जरूरी होता है। इससे सड़क टिकाऊ बनती है।
स्थानीय ठेकेदार अशोक चौरसिया का कहना है कि अगर बोरी में पैक आलवेदर डामर मिक्स मटेरियल का इस्तेमाल किया जाए तो गड्ढों की मरम्मत बारिश में भी टिक सकती है। लेकिन फिलहाल जो तरीका अपनाया जा रहा है वह अस्थायी है और सड़क फिर से खराब हो जाएगी।इस पर एमपीआरडीसी के सहायक प्रबंधक का कहना है कि यह केवल अस्थायी मरम्मत है, ताकि रास्ता फिलहाल चलने लायक हो सके। जल्दी ही इस सड़क को पूरी तरह उखाड़कर नया निर्माण किया जाएगा।