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1.87 करोड़ की योजना पर सवाल, कचरा निपटान के साथ-साथ खाद और प्लास्टिक उत्पाद नहीं बने

 

Burhanpur News: नगर के वार्ड नंबर 15, अंधारवाड़ी में केंद्र सरकार की लिगसी वेस्ट डंप साइट परियोजना के तहत 1.87 करोड़ रुपए की लागत से बड़ी मशीनें लगाई गई हैं। शुरुआत में बताया गया था कि यहां गीला-सूखा कचरा और प्लास्टिक अलग कर खाद और प्लास्टिक से कुर्सी, टेबल, बेंच जैसे उत्पाद बनाए जाएंगे, जिससे नगर पालिका की आय भी बढ़ेगी। लेकिन हकीकत में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है।

यहां केवल अनुपयोगी कचरे का निपटान किया जा रहा है। न तो कचरे से खाद बन रही है और न ही प्लास्टिक से कोई उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं। कचरे को नष्ट कर बचा हुआ हिस्सा ग्वालियर की एक निजी कंपनी पीथमपुर या दूसरे शहरों में ले जाकर फेंकती है। यहां खाली जगह पर कचरा फैलाकर गड्ढे भरे जा रहे हैं। इससे नगर पालिका को कोई आय नहीं होती।

नगर पालिका अध्यक्ष भारती विनोद पाटिल ने बताया कि यह योजना शासन की है, जिसमें कचरा स्थानीय स्तर पर नष्ट किया जाता है और बाकी का वेस्ट कंपनी दूसरे स्थानों पर भेजती है। ट्रेंचिंग ग्राउंड पर बगीचा बनाने की योजना है, जहां पौधारोपण किया जाएगा। फिलहाल शहर के कचरे को डंप कर नष्ट करने की प्रक्रिया चल रही है।करीब 25 साल से ट्रेंचिंग ग्राउंड पर कचरा जमा था। कुछ माह पहले केंद्र सरकार की योजना के तहत मशीनें लगाई गईं, जहां कचरा, कांच और प्लास्टिक अलग किए जाते हैं। नष्ट किए गए कचरे को मिट्टी जैसा कर गड्ढों को भरा जा रहा है।

पहले भी अनुपयोगी प्लास्टिक के गठे इंदौर भेजे गए थे और कचरे से जैविक खाद तैयार की गई थी, लेकिन वह काम केवल एक बार हुआ। अब केवल कचरा डंप कर नष्ट किया जा रहा है।

नगर पालिका उपयंत्री प्रकाश बड़वाहे ने बताया कि निजी कंपनी को ठेका दिया गया है, जो पीथमपुर या अन्य जगह कचरा फेंकती है। गीले कचरे से खाद बनाई जा रही है, लेकिन उसे भी पास के गड्ढे में डाल दिया जाता है, जहां बाद में पौधारोपण होगा।