बान-सुजारा बांध का एक गेट सालभर से बंद, दबाव में बाकी 11 गेट
Tikamgarh News: बान-सुजारा बांध का गेट नंबर 2 पिछले एक साल से नहीं खुल रहा है क्योंकि इसका हाइड्रोलिक सिस्टम खराब हो चुका है। बांध में कुल 12 गेट हैं, लेकिन इस तकनीकी खराबी के कारण धसान नदी में पानी बढ़ने पर भी सिर्फ 11 गेट ही खोले जा पा रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि एक गेट बंद रहने से बाकी गेटों पर दबाव बढ़ जाता है और पानी की वेलोसिटी (बहाव की रफ्तार) भी अधिक हो जाती है, जिससे खतरा बढ़ सकता है।
जानकारी के मुताबिक, बांध वर्ष 2009 में बनना शुरू हुआ और 2018 में इसका लोकार्पण हुआ। इसका मकसद टीकमगढ़ और छतरपुर के सैकड़ों गांवों की सिंचाई और पेयजल आपूर्ति करना है। बांध की कुल भराव क्षमता 280.80 मिलियन घन मीटर है। लेकिन इतने अहम बांध में एक साल से एक गेट बंद पड़ा है और इसे ठीक नहीं किया गया।
मैकेनिकल विभाग, जिसका कार्यालय सागर में है, टेक्नीशियन की कमी के कारण गेट का सुधार नहीं करा सका है। अब अधिकारी गेट को दूसरी मोटर से ऑपरेट करने और कंडक्टर बदलने की बात कर रहे हैं ताकि यह दोबारा काम कर सके।बांध में तकनीकी गड़बड़ी का समय रहते सुधार न होना चिंता का विषय है, खासकर जब बारिश का मौसम चल रहा हो और नदी में बाढ़ का पानी आ रहा हो।