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वनकर्मी आवास निर्माण में लापरवाही, जंगल से उठाई जा रही सामग्री

 

Damoh News: मड़ियादो वन परिक्षेत्र में बन रहे वनकर्मियों के आवास की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। निर्माण एजेंसी द्वारा नींव और दीवारों में मानक सामग्री का उपयोग नहीं किया जा रहा। रेत की जगह क्रेशर डस्ट डाली जा रही है और जंगल से निकाले गए पत्थरों का प्रयोग भवन निर्माण में हो रहा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सीधा-सीधा वन संपदा का दुरुपयोग है। जिस विभाग का काम प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा करना है, वही अब खुद जंगल की संपत्ति का इस्तेमाल कर रहा है। यह न केवल नियमों का उल्लंघन है बल्कि सरकारी धन और परियोजना की गुणवत्ता से भी समझौता है।

जानकारी के अनुसार, मनकपुरा बीट में आवास निर्माण के दौरान दासा में जंगल से लाए पत्थर लगाए गए हैं। वहीं पाली और तिदनी बीट में भी रेत की जगह डस्ट का प्रयोग हो रहा है। ठेका किशनगढ़ क्षेत्र के एक ठेकेदार को दिया गया है, लेकिन निर्माण कार्य पर किसी तरह की सख्त निगरानी नहीं है।

इस मामले को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी दी गई है। वन विभाग के उच्च अधिकारियों ने जांच करवाने का आश्वासन दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो यह भवन जल्द ही खराब हो सकता है और सरकारी पैसा व्यर्थ चला जाएगा।