मप्र में फर्जी एमएलसी मामले में हुई बड़ी कारवाई, रेडियोग्राफर निलंबित, डॉक्टर को भी हुआ नोटिस जारी
MP News: मप्र में डॉक्टर द्वारा फर्जी एमएलसी बनाने के मामले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब बड़ी कारवाई की गई है। इस मामले में रेडियोग्राफर नगर को निलंबित कर दिया गया है और डॉक्टर को भी नोटिस जारी किया गया है। फर्जी एमएलसी का यह मामला मध्य प्रदेश राज्य के भिंड जिला अस्पताल से सामने आया है। फर्जी एमएलसी (मेडिको लीगल सर्टीफिकेट) बनाने के मामले में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने रेडियोग्राफर मनोज नागर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जबकि एमएलसी पर हस्ताक्षर करने वाले डॉक्टर आरके अग्रवाल को नोटिस जारी किया जा रहा है। नागर का निलंबन काल में मुख्यालय विकासखंड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय मेहगांव रहेगा।
बता दें कि पुलिस थानों में झूठा अपराध दर्ज कराने अथवा एफआईआर में गंभीर धाराएं जुड़वाने के लिए प्रभावशाली लोग सरकारी अस्पतालों में डाक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ से सांठगांठ कर फर्जी एमएलसी बनवा रहे हैं। साथ ही जिला अस्पताल के रेडियोग्राफर मनोज नागर को 20 हजार रुपए देकर फ्रेक्चर की झूठी एमएलसी रिपोर्ट भी बनवा ली।
फर्जी एमएलसी बना रहे डॉक्टर
मध्य प्रदेश के भिंड जिले में 13 अगस्त को जिसे खरोंच नहीं उसे फ्रेक्चर बताने और जिसकी हड्डी टूटी उसे सिर्फ चोट बताने के मामला सामने आया था । जिसके बाद कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने प्रथम दृष्टया जिला अस्पताल के रेडियोग्राफर मनोज नागर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही रिपोर्ट पर हस्ताक्षर करने वाले डॉ. अग्रवाल को भी नोटिस देने की बात कही है।