सोयाबीन कटाई में मजदूरों की किल्लत, लागत बढ़ने से किसान परेशान
mp news : क्षेत्र की सोयाबीन की फसल अब पूरी तरह पक चुकी है और कटाई का कार्य प्रारंभ हो गया।
किसानों को इस बार फसल कटाई में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। श्रमिक वर्ग की कमी के चलते फसल कटाई का काम अवरूद्ध हो रहा है।
किसानों का कहना है कि इस बार मजदूरों ने फसल काटने और समेटने का 2100 रुपए तय किया है। इसके बाद भी क्षेत्र में सोयाबीन कटाई के लिए मजदूर नहीं मिल पा रहे है।
ऐसे में किसानों के पास हार्वेस्टर सहारा लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। हार्वेस्टर से कटाई और निकालने का खर्च 1200 रुपए प्रति बीघा चल रहा है। फसल उत्पादन को लेकर भी किसानों में निराशा है।
कहीं एक क्विंटल तो कहीं अधिकतम डेढ़ क्विंटल प्रति बीघा उपज ही मिल रही है।
बाजार भाव भी संतोषजनक नहीं नहीं है। धन्नालाल संगोई, मांगीलाल, अशोक सोनी, योगेश शर्मा, गोकुल सिंह चौहान और मुकेश बीजापारी ने बताया इस बार सोयाबीन की खेती घाटे का सौदा साबित हुई है।
पीला मोजेक रोग ने फसल उत्पादन को प्रभावित किया है। इसके लिए असमय बारिश ने भी सोयाबीन उत्पादन पर असर डाला है।
किसानों का कहना है कि लागत बढ़ने और उत्पादन घटने की स्थिति में सरकार को राहत पैकेज देकर किसानों की निराशा को दूर करना चाहिए।