छतरपुर जिला अस्पताल में 58 सफाईकर्मी फिर भी गंदगी, मरीज परेशान
Chhatarpur News: छतरपुर के जिला अस्पताल में साफ-सफाई की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। अस्पताल प्रबंधन ने सफाई के लिए 3 सुपरवाइजर समेत 58 सफाई कर्मचारियों को आउटसोर्स के माध्यम से नियुक्त किया है, फिर भी अस्पताल परिसर में गंदगी साफ नजर आती है। कर्मचारियों के मनमाने रवैये और अधिकारियों की अनदेखी से ग्राउंड फ्लोर से लेकर विभिन्न वार्डों के टॉयलेट गंदगी से अटे पड़े हैं।
ग्राउंड फ्लोर पर चलने वाली ओपीडी में प्रतिदिन 1300 से 1400 मरीज इलाज के लिए आते हैं। इन मरीजों और उनके परिजनों को इमरजेंसी कक्ष के बाहर स्थित टॉयलेट का उपयोग करना पड़ता है, जिसकी कई दिनों से सफाई नहीं हुई। वहीं, सफाईकर्मियों ने कुछ टॉयलेट में अनुपयोगी सामान भी रख छोड़ा है, जिससे उनका उपयोग मुश्किल हो गया है।
अस्पताल की पांच मंजिला इमारत में ट्रामा, महिला, पुरुष, एसएनसीयू, पीआईसीयू, प्रसूता, बच्चा, बर्न और आईसीयू जैसे वार्ड संचालित होते हैं, जिनमें 500 से अधिक मरीज भर्ती रहते हैं और करीब 900 से 1000 परिजन मौजूद रहते हैं। सफाई व्यवस्था कमजोर होने के कारण मरीजों व स्टाफ को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।छह साल पहले अस्पताल परिसर में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और नाले का निर्माण किया गया था ताकि गंदे पानी का शुद्धिकरण हो सके, लेकिन प्रबंधन की लापरवाही से प्लांट खराब हो गया और अब यह पूरी तरह बेकार पड़ा है।