टीकमगढ़ में यूपी के युवकों को आधार कार्ड बनाने की आईडी देने का मामला, फर्जी दस्तावेजों की भी जांच
Tikamgarh News: टीकमगढ़ जिले में आधार कार्ड बनाने के लिए ई-गवर्नेंस ने उत्तर प्रदेश के युवकों को आईडी और मशीनें दे दी हैं, जिससे जतारा तहसील कार्यालय में आधार कार्ड बनना शुरू हो गया है। लेकिन स्थानीय बेरोजगार युवाओं को काम नहीं मिल पा रहा है। नियम के बावजूद यूपी के लोगों को आईडी देने की वजह से अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के कुआगांव निवासी तिलक कुमार रजक को टीकमगढ़ में आधार कार्ड बनाने के लिए आईडी दी गई है। लेकिन तिलक का आधार कार्ड टीकमगढ़ के प्रेमपुरा का पता दिखाता है, जबकि उसका नाम यूपी के राशन कार्ड में दर्ज है। फर्जीवाड़ा यहीं नहीं रुकता, तिलक ने अपने रिश्तेदार के नाम पर समग्र परिवार आईडी बनाई है, जिसमें रोजगार सहायक या सचिव का कोई उल्लेख नहीं है। इसी तरह दीपक सिंह नामक व्यक्ति को भी आईडी दी गई है, जिसमें भी फर्जी दस्तावेज होने की आशंका है।
आधार कार्ड बनाने में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही है। कुछ ऑपरेटर क्लोन बनाकर मशीनें यूपी में ले जा रहे हैं और अपूर्ण दस्तावेजों के बावजूद आधार कार्ड जनरेट कर रहे हैं। मार्च में बनाए गए 85 आधार कार्डों की जांच में कई कमियां मिलीं, जिसके कारण 10 ऑपरेटरों को ब्लैकलिस्ट किया गया और कुछ को सस्पेंड भी किया गया।
जिला प्रबंधक पुष्पेंद्र तिवारी ने बताया कि यूपी के लोगों को आईडी देने की शिकायत मिली है, दोनों को नोटिस भेजकर दस्तावेज मांगे गए हैं। जांच के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।