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डेढ़ साल बाद भी नहीं शुरू हुआ स्वास्थ्य केंद्र, ग्रामीण परेशान

 

Burhanpur News: ग्राम दौड़वां में 1 करोड़ 64 लाख रुपए से बन रहे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का काम डेढ़ साल हो जाने के बावजूद शुरू नहीं हो पाया है। स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं का अभाव होने के कारण शनिवार को ग्रामीणों ने अस्पताल परिसर में प्रदर्शन कर नारेबाजी की।

सरपंच देवेंद्रसिंह रावत ने बताया कि कई बार अधिकारियों से संपर्क किया गया, लेकिन किसी कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि एक माह में स्वास्थ्य सेवाएं शुरू नहीं हुईं तो कलेक्टर को ज्ञापन देकर बड़ा प्रदर्शन करेंगे। भवन बनने के समय ग्रामीणों में खुशी थी क्योंकि इससे मरीजों को इलाज के लिए दूर भटकना नहीं पड़ेगा। डॉक्टर और लैब सुविधा के आने से मात्र 10 रुपए में इलाज संभव होना था, लेकिन अभी तक कोई पद पूर्ति नहीं हुई।

कुछ समय पहले अधिकारियों ने ट्रांसफार्मर की समस्या बताई थी। इसके लगने के बाद अब बिजली कनेक्शन की परेशानी सामने आ रही है। बिजली कंपनी का कहना है कि बिना राशि जमा किए कनेक्शन नहीं दिया जा सकता। बीएमओ ने बताया कि मीटर कनेक्शन के लिए स्टीमेट तैयार कर खरगोन भेजा गया है।

ग्रामीणों ने यह भी कहा कि उपस्वास्थ्य केंद्र पिछले चार महीनों से बंद है। गर्भवती महिलाओं और मरीजों को इलाज के लिए दूर के खंडवा या सनावद जाना पड़ता है। डॉक्टर और एएनएम की नियुक्ति छह माह पहले हुई थी, लेकिन अब तक कोई ज्वाइन नहीं किया। ग्राम की आबादी लगभग 9 हजार है और आसपास के 12 गांव इस स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े हैं।

नेशनल हाईवे से जुड़ा होने के कारण एक्सीडेंट आम हैं। गंभीर स्थिति में मरीजों को 40 किलोमीटर दूर खंडवा या 20 किलोमीटर दूर सनावद ले जाना पड़ता है, जिससे कई बार रास्ते में ही जान जोखिम में पड़ जाती है। गर्भवती महिलाओं को 108 एंबुलेंस बुलाना पड़ता है। बुखार, खांसी, सर्दी, पेट दर्द आदि के उपचार के लिए भी लोग दूर जाते हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि चौकीदार की अनुपस्थिति में स्वास्थ्य केंद्र को असामाजिक तत्व नुकसान पहुंचा रहे हैं। खिड़कियों के ग्लास टूट गए हैं, ट्यूबलाइट छत से लटक रही है और परिसर में गंदगी फैल रही है। फेंसिंग भी क्षतिग्रस्त हो रही है।

सीएमएचओ ने बताया कि संबंधित अधिकारियों से चर्चा कर जल्द ही बजट और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी।