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ग्वाल सागर और हरियाली ने बढ़ाया आकर्षण

 

Chhatarpur News: लगभग 12 साल बाद ग्वाल सागर तालाब भरने से नगर का ऐतिहासिक किला और भी सुंदर दिख रहा है। चारों ओर फैली हरियाली ने सौंदर्य में चार चांद लगा दिए हैं। यह किला ऐतिहासिक और सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे अभेद किला कहा जाता है और ओरछा रियासत के समय यह सबसे सुरक्षित माना जाता था।

55 एकड़ में फैले इस किले में विशाल परकोटे और दोहरी सुरक्षा प्रणाली है। तीन ओर तालाब – ग्वाल सागर, धर्म सागर और जुगल सागर – से घिरा किला 22 विहंगम बुर्जियों से सुसज्जित है। सामरिक दृष्टि से यह राजधानी टीकमगढ़ के लिए अहम था। सन 1797 में निर्माण शुरू होकर 1812 में पूरा हुआ। किले में सैनिक प्रशिक्षण, युद्ध सामग्री निर्माण और भंडारण होता था। प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक महत्व के कारण बल्देवगढ़ किला अब भी दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।