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भादौर गांव की पहल, 3 बीघा में बनी गोवर्धन गोशाला, गौवंश सुरक्षित

 

Guna News: ग्राम पंचायत भादौर के लोगों ने अपने समुदाय में गौवंश की सुरक्षा के लिए अनूठा कदम उठाया है। जिले में कई जगह सड़कों और गलियों पर भूखी और निराश्रित गायें दुर्घटनाओं का शिकार हो रही थीं। इस समस्या के समाधान के लिए भादौर के ग्रामीणों ने मिलकर गोसेवा का रास्ता अपनाया।

ग्राम सभा में चर्चा के बाद निर्णय लिया गया कि प्रशासन का इंतजार नहीं किया जाएगा और स्वयं मिलकर गायों के लिए आश्रय बनाया जाएगा। पहाड़ियों पर जमीन तय की गई और इसे गोवर्धन गोशाला का नाम दिया गया। पूरे गांव के लोग इसमें शामिल हुए और अपनी भूमिका निभाई।

सिर्फ 10 दिनों में 3 बीघा जमीन पर काम पूरा हो गया। गोशाला में 1200 वर्गफीट का शेड बनाया गया, जिसमें चारा, पानी और बिजली की व्यवस्था की गई। गायों की देखभाल के लिए गार्ड रूम बनाया गया और चार चरवाहों को मासिक मानदेय पर रखा गया। अब गांव की गायें सड़क पर भूखी नहीं भटकेंगी और सुरक्षित रह पाएंगी।

गांव की जनसंख्या लगभग 3000 है, साक्षरता दर 95 प्रतिशत है और जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर स्थित है। सड़क मार्ग से यह गांव आसानी से जुड़ा हुआ है। खास बात यह है कि भादौर में आमतौर पर विवाद नहीं होते, जिससे सामूहिक काम आसान हुआ।

सरपंच ने बताया कि जनसहयोग से यह पहल संभव हुई और सभी समाजों के लोगों ने मिलकर इस काम में योगदान दिया। यह उदाहरण दिखाता है कि सामूहिक प्रयास और स्थानीय पहल से गंभीर समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।