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किसान संगठनों ने मांगा केला के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य — व्यापारियों की हम्माली वसूली पर रोक की मांग

 

Burhanpur News: जिले के केला उत्पादक किसानों ने जिलेभर में बढ़ती परेशानी पर कड़ी नाराजगी जताते हुए सरकार से केले के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) तय करने का तत्काल आदेश जारी करने की मांग की है। एक व्यापक बैठक में करीब 700 किसान शामिल हुए और उन्होंने कहा कि वर्तमान बाजार भाव हालात में खेती का खर्च भी नहीं निकल रहा — खेतों से प्रति क्विंटल सिर्फ ₹400–₹500 मिलने से उत्पादन व्यवसाय घाटे में जा रहा है। किसानों ने कहा कि व्यापारी अक्सर फसल काटने की ‘हम्माली’ किसान से वसूलते हैं, जबकि नियम के मुताबिक यह खर्च व्यापारियों को वहन करना चाहिए। अब किसी भी किसान से हम्माली नहीं ली जाएगी, इस संकल्प को बैठक में पारित किया गया।

किसानों ने मांग की कि केले का न्यूनतम भाव कम से कम ₹1,200 प्रति क्विंटल और अधिकतम ₹1,800 होना चाहिए, ताकि लागत व रोजगार दोनों सुरक्षित रह सकें। बैठक में यह भी कहा गया कि मंडी में आने वाली सभी गाड़ियों की नीलामी पारदर्शी तरीके से हो, गाड़ियां पहले बोर्ड पर लगें और व्यापारी खेत में भेजकर पहले से उत्पाद का निरीक्षण कर लें — ताकि नीलामी के बाद भाव घटाकर किसानों को ठगा न जाए। कई किसानों ने बताया कि भाव तय होने के बाद व्यापारी खरीदी सेपीछे हट जाते हैं या दबाव बनाकर कम भाव पर खरीदने को कहते हैं, जिससे किसान मजबूर होकर नुकसान पर बिक्री करने को विवश होते हैं।

बैठक में किसानों ने उपज के भंडारण की कमी, नीलामी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार और फसल के भाव में उतार-चढ़ाव जैसी समस्याओं को लेकर प्रशासन और विधायकों को दो दिन की अवधि में लिखित कार्रवाई का आश्वासन देने का भी निर्देश दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आगे आंदोलन और संगठित विरोध की योजना लागू की जाएगी।