32 किमी की पदयात्रा में श्रद्धा और उमंग
Badwani News: समुदायिक श्रद्धालुओं ने जेहां गांवों से निकल कर बड़ी बिजासन माता मंदिर तक लंबी पदयात्रा कर माता को 351 मीटर की चुनरी अर्पित की। सुबह सात बजे से आरंभ हुई यह यात्रा शाम चार बजे मंदिर पहुँची और कुल मिलाकर लगभग नौं घंटे में 32 किलोमीटर का सफर तय किया गया। यह छह वर्षीय परंपरा है जो वर्षों में और भी समृद्ध हुई है तथा अब अधिक संख्या में भक्त सहभागी हो रहे हैं।
यात्रा की शुरुआत झोपाली तथा आस-पास के गाँवों से हुई। शाम तक पहुँचते ही श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण में संगत के साथ पूजा अर्चना कर चुनरी समर्पित की और क्षेत्र में सुख-समृद्धि की कामना की। यात्रियों ने रास्ते में विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा किए गए स्वागत और सहयोग को सराहा। यात्रा के संयोजकों ने मार्ग की व्यवस्था, जल एवं प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा सुनिश्चित की थी जिससे सभी सुरक्षित रूप से कार्यक्रम पूरा कर सके।
इस प्रकार की धार्मिक यात्राएँ स्थानीय संस्कृति और समुदायिक सहयोग का प्रतीक बन चुकी हैं। इनमें युवा और बुजुर्ग दोनों समान उत्साह से भाग लेते हैं। लोगों ने बताया कि शुरुआती वर्षों की तुलना में अब आयोजन व्यापक एवं संगठित हो गया है। गांवों से निकली छोटी चुनरी यात्रा भी बड़ी संख्या में लोगों को जोड़ती है और सामूहिक आस्था को जीवित रखती है।
यात्रा के दौरान स्वच्छता और सुरक्षा के उपायों पर भी खास ध्यान दिया गया। स्थानीय नागरिकों और सामाजिक समूहों ने रास्ते पर पानी के इंतजाम और सफाई व्यवस्था में योगदान दिया। ऐसे आयोजन न केवल आध्यात्मिक अनुभव देते हैं बल्कि सामाजिक एकता और सेवा भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं।
आगामी वर्षों में परंपरा को और व्यवस्थित कर बड़े पैमाने पर सहभागिता तथा बेहतर सुविधाएँ सुनिश्चित करने का संकल्प किया गया। स्थानीय प्रशासन का समर्थन निश्चित रहेगा।