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टीकमगढ़ में दो महीने में सामान्य से ज्यादा बारिश, 579 मकान क्षतिग्रस्त, 12 लोगों की मौत

 

Tikamgarh News: टीकमगढ़ जिले में इस साल मानसून ने जोरदार दस्तक दी है। 1 जून से 31 जुलाई तक जिले में औसतन 1094.1 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य 1000.2 मिमी से लगभग 110% अधिक है। इस भारी बारिश और आकाशीय बिजली के चलते अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 4 लोग घायल हुए हैं। साथ ही 579 मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

पिछले साल पूरे वर्ष में केवल 228 क्षति के प्रकरण दर्ज हुए थे, जबकि इस बार दो महीनों में ही 616 मामले सामने आ चुके हैं। इससे यह साफ है कि इस बार बारिश का असर ज्यादा गंभीर रहा है।

तहसीलवार आंकड़ों के अनुसार सबसे अधिक बारिश पलेरा में 1528 मिमी हुई है, जबकि बड़ागांव धसान में सबसे कम 724 मिमी। अन्य तहसीलों में टीकमगढ़ में 1318, मोहनगढ़ में 1250, खरगापुर में 1053, बल्देवगढ़ में 1029, लिधौरा में 941 और जतारा में 910 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

बारिश और आकाशीय बिजली से 16 लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 7 की मौत बाढ़-अतिवृष्टि से और 5 की मौत बिजली गिरने से हुई है। इसके अलावा 68 मवेशियों की भी जान गई है, जिनमें 3 गाय, 29 भैंस, 35 बकरी और एक अन्य जानवर शामिल है। इससे 21 पशुपालकों को नुकसान उठाना पड़ा है।

बारिश के कारण 579 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें से 11 कच्चे मकान पूरी तरह ढह गए। बाकी 568 मकान आंशिक रूप से टूटे हैं।मौसम विभाग के मुताबिक यह बारिश पिछले सात सालों में सबसे ज्यादा है। 31 जुलाई तक हर साल औसत बारिश 300 से 400 मिमी रहती थी, लेकिन इस बार 1000 मिमी से भी ज्यादा दर्ज हुई है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रदेश में मौसमी सिस्टम सक्रिय है, जिससे बारिश का सिलसिला अभी और जारी रहने की संभावना है।