टीकमगढ़-छतरपुर में रिटायर्ड शिक्षक की करोड़ों की संपत्ति पर ईडी की कार्रवाई
Tikamgarh News: निवाड़ी जिले के तरीचरकला निवासी रिटायर्ड सहायक व्याख्याता संतोष कुमार शर्मा की संपत्ति पर बड़ी जांच की गई। जानकारी के अनुसार, उनके पास 1.27 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति, 27 अचल संपत्तियां और बैंक खातों में जमा मोटी रकम पाई गई। शर्मा छतरपुर में जिला शिक्षा अधिकारी भी रह चुके हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पीएमएलए 2002 के तहत कार्रवाई करते हुए शर्मा और उनके परिवार की चल-अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया। ईडी के अनुसार, शर्मा ने 1985 से 2022 तक अपने कार्यकाल में आय से कई गुना अधिक संपत्ति अर्जित की। अधिकांश संपत्तियां उनकी पत्नी संध्या शर्मा और बेटों पीयूष व अंकित शर्मा के नाम पर दर्ज थीं।
कुर्क की गई संपत्तियों में झांसी और टीकमगढ़ जिलों में फैली 27 प्लॉट और भूमि शामिल हैं, जिनमें कृषि भूमि, आवासीय भूखंड और अन्य अचल संपत्तियां हैं। इसके अलावा परिवार के बैंक खातों में जमा राशि भी कुर्क की गई। ईडी ने यह कार्रवाई लोकायुक्त पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर की। शिकायत में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज था।
जानकारी के अनुसार, संतोष कुमार शर्मा के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ने 27 जुलाई 2022 में प्रकरण दर्ज कर तीन साल तक जांच की। शिकायतकर्ता ने परिवार की संपत्तियों की जानकारी ईडी को दिसंबर में दी थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई हुई।
जांच में यह भी सामने आया कि कई संपत्तियां बाजार मूल्य से बहुत कम कीमत पर खरीदी गई थीं, जिससे धन शोधन की आशंका बढ़ गई। इतने लंबे कार्यकाल में अर्जित संपत्ति उनकी घोषित आय और स्रोतों से मेल नहीं खाती। इस मामले ने सवाल उठाए हैं कि ऐसे कितने अन्य शिक्षक भी प्रणाली में करोड़ों की संपत्ति रखते हैं।
संतोष कुमार शर्मा ने 37 साल से अधिक समय तक सहायक व्याखाता के रूप में कार्य किया। अब ईडी की कार्रवाई के बाद उनकी संपत्ति कुर्क होने के साथ जांच जारी है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि करोड़ों की संपत्ति कैसे अर्जित हुई।