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6 साल से नहीं हुई जिला योजना समिति की बैठक, गोशालाएं और सिंचाई जैसे कई काम रुके

 

Tikamgarh News: टीकमगढ़ जिले में 6 वर्षों से जिला योजना समिति की बैठक नहीं हुई है, जिससे कई अहम विकास कार्यों की गति रुक गई है। वर्ष 2019 में आखिरी बैठक हुई थी, जिसमें गोशालाओं को व्यवस्थित करने, सड़क से गोवंश हटाने और बल्देवगढ़ के ग्वाल सागर तालाब को बान-सुजारा बांध से भरने जैसी मांगें रखी गई थीं। लेकिन इनमें से किसी दिशा में ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी।

समिति की बैठक न होने से अब तक गोशालाओं की हालत जस की तस बनी हुई है। आवारा मवेशी सड़कों पर खुलेआम घूम रहे हैं, जिससे दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। मिनौरा फार्म में गो-अभ्यारण्य की मांग भी अधूरी है। सिंचाई के लिए बान-सुजारा बांध का पानी बल्देवगढ़ लाने का प्रस्ताव लंबित है, जिससे दर्जनों गांवों के खेतों को पानी नहीं मिल पा रहा है।

मेडिकल कॉलेज के लिए प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन उसके बाद कोई अपडेट नहीं आया।जिला विभाजन के बाद योजना समिति का पुनर्गठन नहीं हो पाया। इस बीच जिले में तीन प्रभारी मंत्री और चार कलेक्टर बदल चुके हैं, लेकिन बैठक फिर भी नहीं हो सकी। अब राज्य सरकार "जिला विकास सलाहकार समिति" बनाने की तैयारी कर रही है।

इसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री करेंगे, जबकि प्रभारी मंत्री उपाध्यक्षहोंगे। समिति में सांसद, विधायक, नगरपालिका अध्यक्ष और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि सदस्य होंगे। जिला योजना अधिकारी का कहना है कि पूर्व में कई बार समिति गठन के लिए पत्राचार किया गया था। अब सलाहकार समिति के गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।