डेब नदी के पुल की मरम्मत नहीं, लोग परेशान
Badwani News: वरला तहसील के ओझर क्षेत्र में डेब नदी पर बने नागलवाड़ी रोड के पुल को 29 अगस्त को हुई तेज बारिश और बाढ़ से काफी नुकसान पहुँचा था। पुल के ऊपरी हिस्से की सीमेंट कांक्रीट और डामर की परत उखड़कर बह गई थी और रेलिंग भी टूट गई थी। इसके कारण पुल की आवाजाही कुछ समय के लिए पूरी तरह बंद कर दी गई थी।
वर्तमान में पुल पर दोपहिया और हल्के चारपहिया वाहनों की आवाजाही ही हो रही है। भारी वाहनों का संचालन अभी भी प्रतिबंधित है, जिससे चालक किलोमीटरों अतिरिक्त दूरी तय करने को मजबूर हैं। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि कुछ भारी वाहन नियमों की परवाह किए बिना पुल से गुजर रहे हैं, जिससे सुरक्षा खतरे में है।
स्थानीय प्रशासन ने बुधवार को पुल पर अस्थाई सुधार कार्य कराई। इसमें रेत और मुरूम का इस्तेमाल किया गया और रेलिंग की जगह लकड़ियों के सहारे प्लास्टिक रिबन बांधकर सुरक्षा सुनिश्चित की गई। यह अस्थाई मरम्मत केवल छोटे वाहनों के लिए है और ग्रामीणों का मानना है कि इन उपायों से बड़ा हादसा टल सकता है, लेकिन भारी आवाजाही के कारण यह पैचवर्क जल्दी ही खराब हो जाएगा।
ग्रामीण और श्रद्धालु पुल की लंबित स्थाई मरम्मत की मांग कर रहे हैं। पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण नागलवाड़ी शिखरधाम जाने वाले यात्रियों को भी परेशानी हो रही है। इसके अलावा, पुल से पानी बहने की वजह से बाढ़ में बहा हुआ ट्रैक्टर, बाइक और कुछ गुमटियां भी प्रभावित हुई थीं।
पिछले दिनों विधायक और सांसद ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को पुल की मरम्मत के निर्देश दिए थे। फिर भी 13 दिन बीत जाने के बाद स्थाई मरम्मत शुरू नहीं हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि पुल पर स्थाई मरम्मत जल्दी न होने से आगामी मौसम में पुनः जोखिम बढ़ सकता है।
अस्थाई मरम्मत के बावजूद पुल से फिलहाल दोपहिया और हल्के चारपहिया वाहनों की आवाजाही शुरू की गई है। ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन शीघ्र ही स्थाई मरम्मत कराकर पुल को पूरी तरह सुरक्षित बनाए।