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बल्देवगढ़ के खंडहर भवन में मवेशियों और मछुआरों का खतरा

 

Tikamgarh News: टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ किले के अंदर, ग्वाल सागर तालाब के घाट और बलदाऊ जू मंदिर के पीछे स्थित प्राचीन भवन खंडहर बन चुका है। करीब 30 साल पहले यहां छात्रावास चलता था, लेकिन अब यह पूरी तरह जीर्ण-शीर्ण हो गया है। कई जगहों से मलबा गिर रहा है और भवन की स्थिति खतरनाक है।

इसके बावजूद भवन में आवारा मवेशियों का डेरा है। मछुआरे भी मछली पकड़ने के उपकरण और अन्य सामग्री रखने के लिए जर्जर भवन में आते-जाते हैं। इस वजह से कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय प्रशासन ने अभी तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि भवन की सुरक्षा और मरम्मत न होने से न केवल लोगों की जान खतरे में है, बल्कि मवेशियों और मछुआरों के लिए भी यह क्षेत्र असुरक्षित बन गया है।