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तालाबों में जलभराव से मदन सागर गांव में संकट, बच्चे नाव से स्कूल जाते हैं

 

Tikamgarh News: बल्देवगढ़ विकासखंड के मदन सागर गांव में लगातार बारिश और तीन तालाबों के भर जाने से हालात चिंताजनक हैं। गांव के अधिकांश हिस्सों में जलभराव हो गया है, घरों तक पानी पहुँच गया है और लोग दरवाजे पर ही नाव खड़ी कर रहने को मजबूर हैं। कई मकानों की दीवारें और छतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, लोगों ने पटिया-बल्ली से सपोर्ट लगाकर रहने की व्यवस्था की है।

गांव के बच्चे भी जोखिम उठाकर नाव से स्कूल जाते हैं। कक्षा 6 से 12 तक के लगभग 40 छात्र-छात्राएं अहार के स्कूल जाने के लिए पानी में नाव का सहारा लेते हैं। तेज हवा या बारिश के दिनों में बच्चे स्कूल नहीं जा पाते। आधा गांव खाली हो गया है, कई लोग बाहर मजदूरी या अन्य काम के लिए चले गए हैं, घरों में सिर्फ बुजुर्ग और छोटे बच्चे रह गए हैं।

जलभराव के कारण शौचालय भी जलमग्न हैं, जिससे महिलाओं और बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। कई घरों में शौचालय बने हुए थे, लेकिन अब पानी में डूब गए हैं और अंधेरा होने के बाद महिलाएं सुरक्षित शौच के लिए बाहर नहीं जा पातीं।

गांव की सड़कें भी पानी में डूब गई हैं, जिससे अहार ग्राम पंचायत से कनेक्टिविटी मुश्किल हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि तालाबों पर सीसी सड़क डाले जाने के कारण जलभराव बढ़ा है। पहले कुछ सड़कें तोड़ी गईं, जिससे जलस्तर कम हुआ, लेकिन बाद में मलबा डालने से समस्या फिर से बढ़ गई।

गांव के आंगनवाड़ी भवन और अन्य सार्वजनिक स्थान भी जलमग्न हैं। प्रशासन ने जलभराव कम करने के लिए जल संसाधन विभाग को पत्र लिखा है। शिक्षक और ग्रामीण मिलकर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए कक्षाओं को गनेशपुरा शिफ्ट कराने या स्कूल में अतिरिक्त शिक्षक तैनात करने की योजना बना रहे हैं।

गांव के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन जल्दी से जल्दी राहत कार्य शुरू करे और जलभराव से उत्पन्न समस्याओं का स्थायी समाधान निकाले।