बच्चों को नहीं आता पहाड़ा, स्कूलों में आधी से भी कम उपस्थिति, शिक्षा की हालत चिंताजनक
Burhanpur News: सरकारी स्कूलों में शिक्षा की स्थिति लगातार गिरती जा रही है। तीसरी, चौथी और पांचवीं कक्षा के बच्चे पांच, सात और नौ का पहाड़ा तक नहीं बोल पा रहे हैं। सामान्य ज्ञान का स्तर भी बेहद कमजोर है। विभाग का दावा है कि हर स्कूल की माह में दो बार जांच होती है, लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल उलट है।
शहर के स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति 50% से भी कम है। न शिक्षक पढ़ाने में रुचि ले रहे हैं और न बच्चों को स्कूल लाने में। हैरानी की बात यह है कि ग्रामीण स्कूलों की स्थिति बेहतर है। यहां उपस्थिति 75% से अधिक है और परीक्षा परिणाम भी शहर से अच्छे हैं।
शहर के कुछ स्कूलों के हालात जानने पर सामने आया कि कमला नेहरू स्कूल में 65 में से सिर्फ 25 बच्चे ही आए थे। पांचवीं कक्षा के बच्चों को पहाड़ा पूछा गया, लेकिन कोई जवाब नहीं दे पाया। अन्य स्कूलों में भी हालात ऐसे ही थे।
जिले में 1325 स्कूल हैं जिनमें 1.73 लाख छात्र दर्ज हैं, लेकिन आधे से भी कम बच्चे रोज स्कूल पहुंचते हैं। पहले हर जिले की शिक्षा पर ग्रेडिंग होती थी, लेकिन पिछले तीन साल से यह बंद है। अब केवल कागजी निरीक्षण और दिखावे की रिपोर्ट भेजी जा रही है।