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बाडिया नाला तालाब: पहाड़ियों के बीच किसानों के लिए वरदान

 

Guna News: गुना जिले के बमोरी ब्लॉक में स्थित ग्राम कोतर के पास बाडिया नाला तालाब किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। करीब 50 साल पहले बना यह तालाब आज भी लगभग 1900 हेक्टेयर जमीन को सिंचित कर रहा है और आसपास के बोरवेलों का जलस्तर स्थिर बनाए हुए है।

तालाब वन परिक्षेत्र की सुंदर पहाड़ियों से घिरा हुआ है और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी प्रसिद्ध है। इसकी जल संग्रहण क्षमता लगभग 13.4 मिलियन क्यूबिक मीटर है। तालाब से निकली 12 किमी लंबी मुख्य नहर और 35 किमी लंबी माइनर नहर कोतर, श्यामपुर, धनोरिया, साबरमोदी, बिंदाखेड़ी, छापरी, सोहया, पोरूखेड़ी, चक सिलावटी, उकावद खुर्द और हिरनोतीय जैसे दर्जनों गांवों तक पानी पहुंचाती हैं।

किसान बताते हैं कि तालाब की वजह से पूरे मौसम में फसल को पर्याप्त पानी मिलता है और खेती-बाड़ी पूरी तरह तालाब पर निर्भर है। इससे उनका जीवनयापन और ग्रामीण अर्थव्यवस्था भी प्रभावित होती है। जल संसाधन विभाग के अनुसार, वर्तमान में 2000 हेक्टेयर भूमि तालाब की सिंचाई से लाभान्वित हो रही है।

ग्राम पंचायत कोतर में नई बसाहट में लगभग 80 प्रतिशत लोगों के आवास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने हैं, जिससे यह आदिवासी बाहुल्य गांव विकास की राह पर अग्रसर है। बाडिया नाला तालाब की मौजूदगी ने न केवल कृषि के लिए पानी सुनिश्चित किया है, बल्कि पूरे क्षेत्र के जलसंसाधन और ग्रामीण जीवन में स्थिरता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।