शिवपुरी में एएसआई ने बड़े भाई की की हत्या, फरार आरोपी थाइलैंड से सोशल मीडिया पर जुड़े
Shivpuri News: शिवपुरी-ग्वालियर मार्ग पर 23 जुलाई 2025 की रात एक सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आया। अजय तोमर नामक व्यक्ति की कार, जिसमें वह 16 साल की किशोरी के साथ था, अचानक रुक गई। इसी दौरान दूसरी कार से आए दो युवक—एक अजय का ही भाई, एएसआई भानु तोमर, और दूसरा धर्मेंद्र कुशवाह—ने अजय पर फायरिंग कर दी। भानु ने दोनों हाथों में रिवॉल्वर लेकर अपने ही भाई को मारने की कोशिश की। अजय को गंभीर चोटें लगीं और वह ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में पहुंचते ही दम तोड़ दिया।
हत्या के बाद भानु तोमर ने अपने भाई का शव इंदौर बुलवाया और अंतिम संस्कार कराया। इसके बाद वह थाइलैंड भाग गया और वहां से लगातार इंस्टाग्राम कॉल के जरिए अपने परिचितों से संपर्क में बना हुआ है। पुलिस के अनुसार इस हत्या के पीछे संपत्ति और पारिवारिक विवाद मुख्य कारण हैं।
इस कहानी की शुरुआत करीब सात साल पहले हुई थी। 23 मई 2017 की रात अजय ने अपने पिता, टीआई हनुमान सिंह तोमर की हत्या कर दी थी। उस समय भानु ने पुलिस को बताया कि बड़े भाई ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते पिता की हत्या की। अजय को जेल हुई और उसे आजीवन कैद की सजा मिली। भानु ने इसके बाद पुलिस में अनुकंपा नियुक्ति के जरिए एएसआई की नौकरी पाई और ग्वालियर में पोस्टिंग ले ली।
भानु ने जेल से बाहर पैरोल पर आए अजय की हत्या की साजिश रची। धर्मेंद्र कुशवाह को जेल से छुड़वाया गया और इंस्टाग्राम के जरिए उसके संपर्क में आया। 16 साल की किशोरी का सहयोग भी साजिश का हिस्सा था। किशोरी ने टॉयलेट के बहाने कार रुकवाई और तभी भानु व धर्मेंद्र ने अजय पर गोलियां चलाईं।
हत्या के पीछे संपत्ति की लालच और पारिवारिक द्वेष स्पष्ट है। अजय की पत्नी पहले ही चली गई थी। पिता की हत्या और अब बड़े भाई की हत्या के बाद परिवार बिखर गया। भानु की पत्नी और बेटा इंदौर में अकेले रह गए हैं।
पुलिस ने बताया कि हत्या के पर्याप्त सबूत हैं। भानु तोमर इंस्टाग्राम के माध्यम से अपराध में शामिल रहा, जिसके डिजिटल साक्ष्य भी उपलब्ध हैं। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। साथ ही इंदौर में संपत्ति कुर्की की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
एसपी शिवपुरी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि मामले की विवेचना जारी है और आरोपी की पकड़ के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
यह घटना पुलिस विभाग और परिवार में पैदा हुए द्वेष, संपत्ति के विवाद और सोशल मीडिया के माध्यम से अपराध की जटिल साजिश की ओर ध्यान आकर्षित करती है।