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MP में 30900 किलोमीटर नई सड़कों का होगा निर्माण, ग्रामीण संपर्क को मिलेगी नई दिशा 

 

MP News: मध्यप्रदेश सरकार ने ग्रामीण संपर्क को नई दिशा देते हुए सड़क विहीन 20,650 मजरे-टोलों तक पक्की सड़क पहुंचाने की योजना को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री मजरा-टोला सड़क योजना के दो चरणों को हरी झंडी दी गई। योजना के तहत 30,900 किलोमीटर लंबी सड़कें अगले 10 सालों में बनाई जाएंगी।

इस योजना पर 21,630 करोड़ रु. खर्च होंगे। पहले चरण में 2025 से 2029 तक 18,000 किमी सड़कें बनाई जाएंगी, जिन पर 12,600 करोड़ खर्च होगा। दूसरे चरण में 2030 से 2035 के बीच 12,900 किमी सड़कों पर 9,030 करोड़ खर्च किए जाएंगे। यह सड़कें डामर और सीसी दोनों प्रकार की होंगी, जिनका निर्माण रूरल रोड डेवलपमेंट अथॉरिटी (आरआरडीए) करेगी।

कैबिनेट के अन्य फैसले राज्य के बाहर से लाई गई तुअर दाल पर अब मंडी टैक्स नहीं लगेगा। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- टैक्स के कारण दाल महंगी होती थी और मिलर महाराष्ट्र शिफ्ट हो रहे थे। इससे मप्र में ही प्रोसेसिंग व रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। झाबुआ, सिंगरौली, देवास व नर्मदापुरम में वर्किंग वुमन हॉस्टल बनाए जाएंगे। हर जिले के लिए अब जिला विकास सलाहकार समिति बनेगी।

किसे फायदा? कम से कम 20 परिवार या 100 की आबादी

वह मजरे-टोले जिनमें कम से कम 20 परिवार या 100 की आबादी है।

जिन तक अब तक कोई बारहमासी पक्की सड़क नहीं पहुंची।

औसत हर सड़क की लंबाई 1.5 किलोमीटर होगी पीएमजीएसवाई वाले मानक ही निर्माण व मेंटेनेंस के लिए लागू होंगे।