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121वीं रामलीला महोत्सव की शुरुआत 19 सितंबर से, आकर्षक मंचन और भव्य आयोजन

 

Chhatarpur News: बुंदेलखंड की ऐतिहासिक रामलीला इस साल 121वें वर्ष में भव्य रूप में आयोजित होने जा रही है। यह आयोजन पिछले 120 वर्षों से लगातार हो रहा है और केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना का जीवंत प्रतीक बन चुका है। इस बार रामलीला के मंचन को और भी आकर्षक एवं विस्तृत रूप देने का प्रयास किया गया है। मंच सज्जा और कलाकारों की रिहर्सल जोर-शोर से जारी है।

19 सितंबर, शुक्रवार को मेला मैदान के पीछे स्थित रामलीला मंच पर मुकुट पूजन और परंपरागत विधि-विधान के साथ महोत्सव का शुभारंभ होगा। इसके बाद 20 सितंबर से प्रतिदिन रामायण के प्रसंगों का मंचन किया जाएगा। इस वर्ष कार्यक्रम तीन दिन अतिरिक्त चलेंगे।

कार्यक्रम में कई प्रसंगों को विस्तार से प्रस्तुत किया जाएगा। 20 सितंबर को श्रीराम जन्मोत्सव और विश्वामित्र आगमन, 21 सितंबर को ताड़का वध व अहिल्या उद्धार, 22 सितंबर को गंगा लीला और पुष्प वाटिका, 23 सितंबर को सीता स्वयंवर और धनुष यज्ञ का मंचन होगा। 24 सितंबर को श्रीराम विवाहोत्सव और परशुराम संवाद होगा, जबकि 25 सितंबर को नगर में भव्य श्रीराम बारात निकाली जाएगी।

26 सितंबर से 30 सितंबर तक रामायण के वनवास, दशरथ मरण, भरत मनौआ, सीताहरण, बाली वध और लंका दहन जैसे प्रसंगों का मंचन किया जाएगा। 1 अक्टूबर को लक्ष्मण शक्ति, कुंभकरण वध और मेघनाथ वध की लीलाएं प्रस्तुत होंगी। 2 अक्टूबर, गुरुवार को उत्कृष्ट विद्यालय के खेल मैदान पर श्रीराम-रावण युद्ध का भव्य मंचन होगा और रावण तथा लंका का पुतला दहन कर असत्य पर सत्य की विजय का संदेश दिया जाएगा।

आखिरी दिन, 4 अक्टूबर, शनिवार को शांति हवन और ब्रह्मभोज के साथ रामलीला का समापन होगा। आयोजन समिति ने नगरवासियों से परिवार सहित भाग लेने और इस दिव्य आयोजन का आनंद लेने का अनुरोध किया है। रामलीला का मंचन प्रतिदिन रात 9 बजे से देर रात तक किया जाएगा, जिसमें धार्मिक शिक्षा और सांस्कृतिक मनोरंजन दोनों का समन्वय होगा।