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खरीफ फसलों में पोषक तत्वों के सही उपयोग पर कृषि अधिकारियों को मिला प्रशिक्षण

 

Jhabua News: झाबुआ के कृषि विज्ञान केंद्र में दो दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया, जिसमें खरीफ फसलों में पोषक तत्वों के सही उपयोग और प्रबंधन पर जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण में 42 ग्रामीण कृषि अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित वैज्ञानिकों ने भी हिस्सा लिया।

वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. जगदीश मौर्य ने बताया कि फसल की अच्छी पैदावार के लिए बीज की सही मात्रा, पौधों की उचित दूरी और जैविक खाद का समय पर उपयोग जरूरी है। जैविक खाद से मिट्टी में लाभकारी जीवों की संख्या बढ़ती है, जिससे मृदा लंबे समय तक उपजाऊ बनी रहती है।

मृदा वैज्ञानिक डॉ. वीके सिंह ने बताया कि खेत की मिट्टी की जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनवाना जरूरी है। इससे यह तय किया जा सकता है कि किस फसल में किस पोषक तत्व की कितनी जरूरत है और कब कौन सा उर्वरक देना चाहिए। उन्होंने सोयाबीन, मक्का, मूंगफली, कपास, तुवर और सब्जियों में मुख्य पोषक और सूक्ष्म तत्वों की भूमिका पर भी जानकारी दी।वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डीएस तोमर ने कहा कि खरीफ फसलों में खरपतवार से नुकसान होता है, जिसे समय पर डोरा चलाकर या जरूरत पड़ने पर दवा का छिड़काव कर नियंत्रित किया जा सकता है।