Bollywood Old Hit Song: 34 साल पुराना यह हिंदी गाना आज भी बना हुआ है लोगों की पहली पसंद, देखें वीडियो
Evergreen Hindi Song: आज से लगभग 34 साल पहले बॉलीवुड के दो सुपरस्टार्स राजकुमार और दिलीप कुमार साहब पर फिल्माया गया एक गाना आज भी लोगों के दिलों पर राज कर रहा है। पुराने हिंदी गानों (Old Hindi song) को पसंद करने वाले फैंस की गाड़ियों में आज भी यह गाना आपको बजता हुआ दिखाई दे जाएगा। इतना ही नहीं इस गाने को आज की युवा पीढ़ी भी यूट्यूब पर खूब सुन रही है। यह गाना सच्ची और गहरी दोस्ती को दर्शाता है। गाने का टाइटल ‘इमली का बूटा बेरी का पेड़' रखा गया है। इस गाने (Old Hindi song) में सुपरस्टार दिलीप कुमार साहब और राजकुमार द्वारा कमाल का अभिनय किया गया है। यूट्यूब पर लोगों द्वारा दोस्ती की मिसाल पर बनाया गया यह गाना अब भी बार-बार देखा जा रहा है।
1991 में बनाया गया था ‘इमली का बूटा बेरी का पेड़' गाना
आज से लगभग 34 साल पहले 1991 में सौदागर फिल्म के इस सदाबहार गाने (Evergreen Hindi song) को रिलीज किया गया था। इस गाने को 1991 में बनी हिन्दी भाषा की फ़िल्म सौदागर से लिया गया है। 199 में बनी सौदागर फिल्म मित्रता की कहानी रस पर आधारित है। इस फिल्म में बॉलीवुड के ऑल टाइम सुपरस्टार दिलीप कुमार साहब (Dilip Kumar) और राजकुमार (Rajkumar) प्रमुख भूमिकाओं में है। दोनों की जोड़ी का यह गाना आज भी दर्शकों की पहली पसंद बना हुआ है। 34 वर्ष का लंबा समय बीच जाने के बाद भी जब भी कहीं यह गाना सुनाई देता है तो लोग गुनगुनाने पर मजबूर हो जाते हैं।
‘इमली का बूटा' गाने को मोहम्मद अजीज और सुदेश भोसले ने दी है आवाज
1991 में बने ‘इमली का बूटा' गाने को मोहम्मद अजीज और सुदेश भोसले ने अपनी सुरीली आवाज से बॉलीवुड की सबसे बड़े हिट गानों (Bollywood hit song) में से एक गाना बना दिया है। यह सदाबहार गाना (Evergreen Hindi song) देश के साथ-साथ विदेशों में भी हिंदी संगीत को पसंद करने वाले लोगों के दिलों पर आज भी राज कर रहा है। इस गाने के बोल आनंद बक्शी द्वारा लिखे गए हैं और म्यूजिक लक्ष्मीकांत प्यारेलाल द्वारा दिया गया है। ‘इमली का बूटा' गाने के आनंद बक्शी द्वारा लिखे गए मित्रता पर खूबसूरत बोल लोगों के दिलों में बस गए हैं। गाने में बॉलीवुड के सुपरस्टार दिलीप कुमार और राजकुमार ने बेहतरीन अदाकारी दिखाई है। इस सदाबहार गाने (Evergreen Hindi song) को प्रोड्यूस अशोक घई और सुभाष घई द्वारा किया गया था।