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नौकरी के साथ की UPSC की तैयारी, मां ने बढ़ाया हौसला, मुश्किलों से लड़कर शहीद की बेटी बनी IAS

 
IAS Ishita Kishor Success Story : यूपीएससी की परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इस परीक्षा को पास करना बेहद ही मुश्किल होता है। कोई ऐसे बच्चे हैं जो इस परीक्षा को पास कर दिखाते हैं।
 शहीद की बेटी बनी अफसर
 यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी हर साल लाखों की संख्या में उम्मीदवार करते हैं लेकिन इनमें से टॉपर केवल एक व्यक्ति होता है। आज हम आपको इशिता किशोर की कहानी बताएंगे जो एयरफोर्स में विंग कमांडर की बेटी है।
 दो प्रयास में मिली थी असफलता
 यूपीएससी टॉपर इशिता किशोर अपने दो प्रयासों में असफल हो गई थी।दो प्रयास में वह प्रीलिम्स भी नहीं क्रैक कर पाए लेकिन तीसरे प्रयास में रैंक वन लाकर वह सफल हो गई।
 दिल्ली से एजुकेशन
 इशिता की स्कूलिंग भी दिल्ली के एयर फोर्स बल भारती स्कूल लोधी रोड से हुई है इसके बाद साल 2017 में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स इकोनॉमिक्स ऑनर्स में एडमिशन लिया था।
 नौकरी के साथ की थी तैयारी 
 2 साल तक उन्होंने नौकरी भी की।इसके बाद वह एमबीए करना चाहती थी लेकिन उन्होंने यूपीएससी को चुना और यूपीएससी की तैयारी करना शुरू कर दी।
 2 साल नौकरी करने के बाद साल 2019 में अपनी नौकरी उन्होंने छोड़ दी और परीक्षा की तैयारी में जुट गई। 8 से 9 घंटे तक पढ़ाई करती थी। आपको बता दे सीता किशोर नेशनल लेवल की फुटबॉल प्लेयर भी थी और 2012 में सुब्रतो का फुटबॉल टूर्नामेंट में उन्होंने हिस्सा भी लिया था। मूल रूप से पटना की रहने वाली है।
 एयर फोर्स किंग कमांडर की बेटी है। साल 2004 में उनके पिता ऑन ड्यूटी शहीद हो गए थे इसके बाद इशिता की मां ज्योति ने पूरा घर संभाला। उनके मन दिल्ली के एयर फोर्स बाल भारती स्कूल में पढ़ाती है। उन्होंने हमेशा अपनी बेटी का हौसला बढ़ाया।