Success Story : इस महिला ने IAS की जगह चुना IPS का पद, जानें क्या है बड़ी वजह
IPS Aashna Chaudhary Success Story : केन्द्रिय सरकार हर साल सिविल सर्विस की परीक्षा आयोजित करवाती है. इस परीक्षा को देने के लिए लाखों उम्मीदवार आते है. इनमें से बहुत कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास कर लेते है.
सिविल सर्विस की परीक्षा देश में सबसे कठिन मानी जाती है. आज हम आपको एक ऐसी ही महिला अधिकारी के बारे में बताने जा रहे है, जिन्होंने IAS की जगह IPS के पद को चुना. हम बात कर रहे है IPS आशना चौधरी की (IPS Aashna Chaudhary) की.
आशना चौधरी उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा की रहने वाली हैं. आशना ने 12वीं कक्षा की पढ़ाई गाजियाबाद से की है. आशना ने 12वीं में ह्यूमैनिटीज स्ट्रीम चुना था.
उसके बाद आशना ने लेडी श्रीराम कॉलेज (DU) से इंग्लिश लिटरेचर में ऑनर्स किया. फिर 2023 में उन्होंने साउथ एशियन यूनिवर्सिटी, दिल्ली से इंटरनेशनल रिलेशंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया.
आशना का कहना है कि वे “PhD Family” का एक हिस्सा है. आशना के घर में बहुत से सदस्य प्रोफेसर है और उनके पिता भी सरकारी सेवाओं से खासे प्रभावित थे. आशना UPSC की तैयारी तीन बार की, लेकिन दो बार वे असफल रहीं.
तीसरी बारी में आशना ने 2023 में तीसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 116 (AIR 116) हासिल की. आशना शुरू से ही एक IPS अधिकारी बनना चाहती थी,
लेकिन परीक्षा पास करने के बाद उन्हें IAS अधिकारी का पद मिला.IAS के पद को छोड़कर आशना ने IPS पद को चुना और अपे लक्ष्य को पूरा किया.