Success Story: पान वाले की बेटी ने UPSC में किया टॉप, जानें फर्श से अर्श तक की कहानी
Shweta Bhagat Success Story : हर साल लाखों उम्मीदवार UPSC की परीक्षा में हिस्सा लेते है. लेकिन उनमें से बहुत कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास करके सरकारी ऑफिसर बनते है. संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा को पास करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत करनी पड़ती है.
आज हम आपको एक ऐसी ही महिला अधिकारी के बारे में बता रहे है जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से इस मुकाम को हासिल किया. हम बात कर रहे है राजभाषा अधिकारी श्वेता भगत की. श्वेता भगत बिहार के गया की रहने वाली है.
श्वेता के पिता बिहार में पहले खेतीबाड़ी करते थे. अच्छी कमाई न होने के कारण उनके पिता कोलकाता चले गए. कोलकाता में श्वेता के पिता ने पान बेचना शुरू किया.
जब दुकान में आमदनी अच्छी होने लगी तो एक मकान किराए पर लिया और अपने साथ बेटी और परिवार को ले गए. जिस समय श्वेता कोलकाता गई तब उनकी उम्र 8-9 साल थी.
श्वेता ने पांचवी से 10वीं तक की पढ़ाई और इंटर की पढ़ाई कोलकाता के सरकारी स्कूल से ही पास की. उसके बाद कोलकाता यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की.
उसके बाद श्वेता ने सिविल सर्विस संघ लोक सेवा आयोग की तैयारी शुरू कर दी. साल 2024 में UPSC की परीक्षा पास करके गृह मंत्रालय के अधीन राजभाषा विभाग में अधिकारी बनी.
श्वेता की इंदौर में पोस्टिंग हुई. फिलहाल श्वेता इंदौर में कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं. श्वेता अधिकारी बनने के बाद पहली बार अपने गांव अमैठी आई थीं, जहां उनका भव्य स्वागत भी किया गया. श्वेता एक मालाकार परिवार से आती है, जो सामाजिक और आर्थिक तौर पर कमजोर माना जाता है.