Judge Eligibility: कोर्ट में जज बनने के लिए होना चाहिए इतने साल का अनुभव, जानें डिटेल
Judge Eligibility : देश के युवाओं का सपना होता है कि वे वकालत करके जज बन जाएं. सरकार ने हर एक प्रोफेशन के लिए कुछ योग्यताएं निर्धारित की है. भारत में सिविल कोर्ट, डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जज के पद पर नौकरी मिलना बहुत कठिन है.
जज सिर्फ मामले का निपटारा नहीं करता, बल्कि समाज में न्याय, संतुलन और भरोसा बनाने का काम भी करता है. जज बनने के लिए व्यक्ति को गहरी मेहनत, ठोस कानूनी ज्ञान और धैर्य की जरूरत होती है.
बहुत से लोगों का सवाल होता है कि क्या सिर्फ LLB करने के बाद जज बना जा सकता है? इसका जवाब है हां, लेकिन जज बनने के लिए कुछ परीक्षाएं और शर्तें पूरी करनी होगी. इसके लिए अनुशासन, लगातार पढ़ाई और कानून की गहरी समझ होना अनिवार्य है.
जज बनना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, एक गलत फैसला किसी की पूरी जिंदगी बदल सकता है. भारत में जज बनने के लिए जरूरी अनुभव की अवधि पद और न्यायिक सेवा (Judicial Service) के प्रकार पर निर्भर करती है. अलग-अलग कोर्ट में जज बनने के लिए आपके पास अनुभव होना चाहिए.
1. निचली न्यायिक सेवा (जूनियर सिविल जज/ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट)
अनुभव: इस पद के लिए उम्मीदवार कई राज्यों में फ्रेश लॉ ग्रेजुएट्स (LLB धारक) सीधे ज्यूडिशियल सर्विस एग्जाम दे सकते हैं. साथ ही इसमें जूनियर सिविल जज/ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट किसी भी तरह की जरूरत नहीं है.
योग्यता: इसके लिए उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से एलएलबी डिग्री होनी चाहिए. साथ ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया में अधिवक्ता के रूप में रजिस्टर्ड होना चाहिए.
इस पद के लिए उम्मीदवार की कुछ राज्यों में न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 35 वर्ष (आरक्षित वर्गों के लिए छूट के साथ) तय की गई है.
नोट: कुछ राज्यों में इस पद के लिए 1-2 साल का प्रैक्टिस अनुभव मांगा जाता है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है.
2. उच्च न्यायिक सेवा (जिला जज/एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज)
अनुभव: इस पद के लिए उम्मीदवार के पास प्रैक्टिस का न्यूनतम 7 वर्ष का अनुभव होना चाहिए. साथ ही किसी हाई कोर्ट या सबऑर्डिनेट कोर्ट में वकालत भी अनुभव होना चाहिए.
योग्यता: इसके लिए उम्मीदवार के पास बार काउंसिल में रजिस्टर्ड एडवोकेट होना चाहिए और हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस का अनुभव होना जरूरी है. इस पद के लिए जज की आयु 35-45 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
चयन प्रक्रिया: इस पद के लिए उम्मीदवार को लिखित परीक्षा, साक्षात्कार और अनुभव के आधार पर चयन होता है.
3. हाई कोर्ट जज योग्यता
अनुभव: इस पद के लिए उम्मीदवार के पास न्यूनतम 10 वर्ष का लगातार वकालत अनुभव होना चाहिए. साथ ही हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शामिल होनी चाहिए.संविधान के अनुच्छेद 217 के तहत, उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए.
4. सुप्रीम कोर्ट जज योग्यता
अनुभव: सुप्रीम कोर्ट जज बनने के लिए उम्मीदवार के पास 5 वर्ष का अनुभव या हाई कोर्ट में 10 वर्ष तक लगातार वकालत का अनुभव होना चाहिए. वैकल्पिक रूप से, उम्मीदवार को कानून के क्षेत्र में प्रख्यात विधिवेत्ता (eminent jurist) होना चाहिए.
चयन: कॉलेजियम सिस्टम के माध्यम से नियुक्ति होती है.