{"vars":{"id": "115716:4925"}}

IAS Success Story : इस महिला अधिकारी ने ISRO,BARC के साथ UPSC में किया टॉप,  इनकी अंग्रेजी का लोग उड़ाते थे मजाक

 

IAS Surabhi Gautam Success Story : देश में सिविल सर्विस की परीक्षा सबसे कठिन मानी जाती है. इस परीक्षा को पास करने वाले बहुत कम लोग होते है. इस परीक्षा को पास करने के लिए दिन-रात की कड़ी मेहनत लगती है.

आज हम आपको एक ऐसी महिला अधिकारी के बारे में बताने जा रहे है जिनकी अंग्रेजी का खूब मजाक उड़ाते थे. हम बात कर रहे है  आईएएस सुरभि गौतम(IAS Surabhi Gautam)की. सुरभि गौतम मध्य प्रदेश के सतना जिले के अमदरा गांव की रहने वाली है.

सुरभि ने अपनी स्कूली शिक्षा हिंदी मीडियम से अपने गांव अमदरा से की. उसके बाद 10वीं और 12वीं की परीक्षा में अपने राज्य की मेरिट लिस्ट में जगह बनाई. सुरभि एक हिंदी माध्यम बैकग्राउंड से थीं.

सुरभि के पिता मध्य प्रदेश के मैहर कोर्ट में वकील हैं, जबकि उनकी मां डॉ सुशीला गौतम हाई स्कूल में टीचर हैं. सुरभि को 12वीं कक्षा में रूमेटिक फीवर से भी जूझना पड़ा.

जिसके कारण वह हर 15 दिन में अपने माता-पिता के साथ गांव से 150 किलोमीटर दूर एक डॉक्टर के पास जबलपुर जाती थी. उसके बाद सुरभि ने भोपाल के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में दाखिला लिया.

सुरभि को अंग्रेजी बोलन में बहुत परेशानी होती थी, जिसके कारण लोग उनका मजाक उड़ाते थे. सुरभि ने अपनी अंग्रेजी सुधारने के लिए खुद से अंग्रेजी में बात करना शुरू किया और हर दिन कम से कम 10 शब्दों के अर्थ सीखीं.

सुरभि ने कहीं से भी सुने वाक्यांशों और शब्दों को सुना और उन्हें सीखा और अपनी अंग्रेजी सुधारने के लिए काम किया. सुरभि ने ग्रेजुएशन के पहले सेमेस्टर में टॉप किया और उन्हें कॉलेज चांसलर अवार्ड से भी नवाजा गया.

इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी  होने के बाद सुरभि को कॉलेज प्लेसमेंट के जरिए टीसीएस में नौकरी मिल गई. सुरभि बचपन से ही सिविल सर्विस में नौकरी करना चाहती थी. सुरभि ने कई तरह की प्रतियोगी परीक्षाएं दी.

परीक्षा में पास होने के बाद सुरभि ने इसरो, बीएआरसी, जीटीई, एमपीपीएससी, सेल, एफसीआई, एसएससी और दिल्ली पुलिस जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए चुना गया था.

सुरभि ने साल 2013 में IFS में ऑल इंडिया लेवल पर उन्हें पहला स्थान मिला था. लेकिन वे इस सफलता से खुश नहीं थी. साल 2016 में सुरभि ने UPSC की परीक्षा दी और IAS अधिकारी बन गई.