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पिता के निधन के बाद मां ने किराना दुकान चलाकर बेटे को पढ़ाया, बेटा IPS बन पिता के अधूरे सपने को किया पूरा, पढ़े संदीप कुमार की कहानी

 

IAS Sandeep Kumar: यूपीएससी की परीक्षा को देश की कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। हर साल देश के लाखों बच्चे इस परीक्षा को पास करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन इस परीक्षा को पास करना बेहद ही मुश्किल है। कई ऐसे बच्चे हैं जो मुश्किलों से लड़ते हुए यूपीएससी जैसे परीक्षा को पास कर दिखाते है।

 आज हम आपको संदीप कुमार की कहानी बताएंगे जिनकी मां ने मामूली सा किराना दुकान चला कर अपने बेटे को IPS ऑफिसर बना दिया।आज पूरा गांव संदीप कुमार की मां पर गर्व करता है। तो आईए जानते हैं संदीप की कहानी...

 

 संदीप कुमार बिहार के गया जिले के रहने वाले हैं। उनकी मां गया जिले में ही एक दुकान चलती है लेकिन अब वह बस एक दुकानदार नहीं बल्कि एक आईपीएस ऑफिसर के मां के नाम से भी जानी जाती है। हालांकि संदीप कुमार की मां अभी भी किराना दुकान चलाती हैं।

 संदीप की मां का कहना है कि आज भी वह अपने बड़े बेटे के साथ सुबह उठती है और घर का कामकाज पूरा करने के बाद दुकान पर बैठी है। उनका कहना है कि यह दुकान उनके पति की विरासत है और इसी से उनके बेटे को सफलता मिली है। संदीप कुमार की मां कहती है कि मैं एक अफसर की माँ हू लेकिन इसमें दिखावा क्या करना है यह दुकान ही हमारे परिवार की असली ताकत है।

 

 रेणु देवी के तीन बेटे और दो बेटियां है। 2017 में उनके पति की मौत हो गई जिसके बाद उनके कंधे पर जिम्मेदारियां आ गई। दुकान चलाते हुए उन्होंने अपने बच्चों को अच्छी परिवार रिश्ते इसके साथ अपने सभी बच्चों की पढ़ाई लिखाई कराई। उनका सबसे बड़ा बेटा यूपीएससी की परीक्षा को पास कर दिखाया।

 संदीप को पहले तीन प्रयास में सफलता नहीं मिली लेकिन चौथे प्रयास में उन्हें सफलता मिल गया। संदीप के पिताजी का सपना था कि उनका बेटा कलेक्टर बने और उन्होंने यह सपना पूरा कर दिखाया।