जिले में अब तक 11 इंच ज्यादा बारिश, फसलें लहलहाईं और तालाब भी भरे
Dhaar News: धार जिले में इस साल मानसून ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। जून में प्री-मानसून की अच्छी शुरुआत हुई थी, हालांकि बीच में कुछ दिनों तक बारिश थमी रही। अब लगातार बादल छाए रहने और रिमझिम बारिश होने से मौसम सुहावना बना हुआ है। सोमवार को भी सुबह से आसमान में बादलों का डेरा रहा और दोपहर के बाद हल्की फुहारें पड़ीं।
अब तक जिले में 734 मिमी यानी करीब 29.5 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है, जबकि पिछले साल इसी समय तक केवल 459 मिमी यानी लगभग 18.5 इंच पानी गिरा था। इस तरह इस बार पिछले साल से करीब 11 इंच ज्यादा बारिश हुई है।
अच्छी बरसात का सीधा असर खेती पर पड़ा है। खासकर सोयाबीन की फसल, जो जुलाई में पानी न मिलने से मुरझाने लगी थी, अब पूरी तरह लहलहा रही है। इस बार जिले में लगभग 76 हजार हेक्टेयर जमीन पर सोयाबीन की बोवनी हुई है और लगातार पानी मिलने से फसलें बेहतर स्थिति में पहुंच गई हैं। किसान भी अब राहत महसूस कर रहे हैं।
बारिश से तालाबों और अन्य जलस्रोतों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ा है। थाने के सामने स्थित छोटा तालाब लबालब हो गया है, जहां सिंघोड़ा और मछली पालन होता है। हालांकि कॉलोनियों का गंदा पानी जाने से यह तालाब दूषित भी हो रहा है। इसी तरह मांगलिया रोड का खोखरिया तालाब और धार रोड पर स्थित मनसागरा तालाब भी भर गए हैं। मनसागरा का पानी तो अब फोरलेन किनारे तक पहुंच चुका है।
खेड़ा का बड़ा तालाब हालांकि अभी खाली है। ग्रामीणों का कहना है कि यहां कॉलोनियों और अतिक्रमण की वजह से पानी की आवक रुक गई है। वहीं शहर की प्यास बुझाने वाले बटवाड़िया डेम सहित आसपास गांवों के तालाब और कुएं भी इस बारिश से भरे नजर आ रहे हैं।
लगातार हो रही वर्षा ने किसानों और ग्रामीणों के चेहरों पर मुस्कान लौटा दी है। खेतों में हरियाली फैल गई है और तालाबों में पानी भर जाने से आने वाले समय में सिंचाई की समस्या भी कम हो जाएगी।