सुनारखेड़ी अंडरपास में पानी भरा, 48 घंटे से पंप चलाने के बावजूद नहीं हुआ खाली
Dhaar News: नागदा-गुजरी फोरलेन पर बने सुनारखेड़ी अंडरपास में बारिश और पास के नाले के पानी के कारण लगातार लीकेज हो रहा है। रेलवे के पुराने फ्लायओवर को तोड़ने और 120 करोड़ रुपए के आरओबी निर्माण से पहले जल निकासी की उचित व्यवस्था नहीं की गई, जिससे अंडरपास में पानी भर गया। हालत इतनी खराब है कि तीन दिन पहले हुई बारिश के बाद अंडरपास का आधा हिस्सा पानी में डूब गया और रेलवे ने इसे आमजनता के लिए बंद कर दिया।
पिछले 48 घंटे से मोटर पंप चलाकर पानी निकाला जा रहा है, लेकिन अब तक अंडरपास पूरी तरह खाली नहीं हो पाया। पड़ताल में अंडरपास निर्माण के समय बड़ी लापरवाही सामने आई है। दीवार और जमीन के किसी भी हिस्से से पानी सीपेज हो रहा है, जिससे हमेशा पानी रहने की संभावना बनी हुई है।
रेलवे ने आरओबी निर्माण के दौरान अंडरपास से चार पहिया वाहनों को डायवर्ट करने का योजना बनाई है। हालांकि, इस योजना के अनुसार निर्माण एक साल में पूरा होने का दावा है, लेकिन समय पर पूरा होना मुश्किल दिख रहा है। निर्माण के दौरान अंडरपास में भरे पानी के कारण वाहन और पैदल यात्रियों के लिए समस्या बनी रहेगी।
रेलवे के इंजीनियर रानू जैन ने बताया कि पानी का स्थाई समाधान करने का प्लान तैयार किया जा रहा है। फिलहाल मोटर पंप से पानी निकाला जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्थायी समाधान तैयार होने पर यातायात डायवर्ट किया जाएगा। विशेषज्ञ सुदामा शर्मा का कहना है कि निर्माण के समय गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। दीवारों से लीकेज नहीं होना चाहिए था, लेकिन यहां पानी लगातार रिस रहा है।
इस स्थिति में यदि अचानक कोई वाहन अंडरपास में चला गया तो जनहानि होने का खतरा है। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि पाइपलाइन और नाली निर्माण कर पानी की निकासी सुनिश्चित की जाए। फिलहाल रेलवे केवल पंप चलाकर पानी निकालने में लगा है और स्थायी समाधान पर काम चल रहा है।
अंडरपास में भरे पानी की वजह से रोजमर्रा के यातायात में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं और स्थानीय लोग असुविधा झेल रहे हैं।