Dhaar News: राज्य की सरकारी मशीनरी में अनुभव भरपूर, युवा जोश की कमी
Dhaar News: प्रदेश की सरकारी मशीनरी तेजी से उम्रदराज हो रही है। एमपी के पास अनुभव की पूंजी तो भरपूर है, लेकिन प्रशासनिक ऊर्जा और फील्ड वर्क में उतरने वाला 'युवा जोश' कम है। राज्य में 46 साल से ऊपर के कर्मचारियों की हिस्सेदारी 46% से अधिक हो चुकी है। राज्य में पिछले 8 वर्षों में नियमित भर्ती प्रक्रिया बेहद धीमी रही है। कम पद और नियुक्तियों में लंबा इंतजार ही युवाओं की भागीदारी में बड़ी रुकावट बनी है। प्रदेश में नियमित कर्मचारियों की संख्या 6 लाख 6 हजार 876 है। इनमें से 46 वर्ष से अधिक उम्र के 2 लाख 83 हजार 514 कर्मचारी हैं। वहीं 18 से 35 वर्ष तक की आयु वाले कर्मचारियों की संख्या 1.45 लाख है।
अफसरशाही में बना 'एजिंग बबल', एक दो साल में रिटायर होंगे 27 हजार कर्मचारी
प्रदेश में 61 साल से अधिक उम्र के कर्मचारियों की संख्या 27,921 है। ये वे कर्मचारी हैं जो एक दो साल में रिटायर होंगे। कर्मचारियों के रिटायरमेंट और उसकी तुलना में भर्ती में काफी अंतर है। इससे अफसरशाही में 'एजिंग बबल' (उम्र का गुब्बारा) बन गया है। इधर, प्रदेश में 56 साल से अधिक आयु के कर्मचारियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। हर 21वां कर्मचारी 60 साल की आयु पार कर चुका है। प्रदेश में रिटायरमेंट की आयु 62 साल है। यानी वे या तो रिटायरमेंट की कगार पर हैं या एक्सटेंशन ले चुके हैं।
अफसरशाही में बना 'एजिंग बबल', एक दो साल में रिटायर होंगे 27 हजार कर्मचारी
सेवा श्रेणी वार नियमित कर्मचारी...
सेवा श्रेणी 18 से 35 वर्ष 36 से 50 वर्ष 51 से 62 वर्ष
की आयु तक की आयु तक की आयु तक
प्रथम 665 2723 4898
द्वितीय 7133 18179 14708
तृतीय 125733 227064 147251
चतुर्थ 11628 23353 82063
कुल 145159 271319 248920
उम्रदराज कर्मचारियों के भरोसे पर्यावरण और जनसंपर्क विभागः पर्यावरण और जनसंपर्क विभाग
उम्रदराज कर्मचारी के भरोसे हैं। यहां 56 साल से अधिक के कर्मचारियों की सबसे अधिक संख्या है, जो क्रमशः 53% और 49% है। कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग में 45% कर्मचारी 56 साल के पार हैं। वहीं नर्मदा घाटी विकास विभाग और लोक परिसंपति प्रबंधन विभाग में 42-42 प्रतिशत है।
पर्यटन, विमानन में एक भी युवा कर्मचारी नहीं
प्रदेश के पर्यटन, विमानन और आनंद विभाग में एक भी नियमित युवा कर्मचारी नहीं है। इन तीनों ही विभाग में 35 साल की उम्र तक के कर्मचारियों की संख्या शून्य है। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग में 30 साल तक का एक भी कर्मचारी नहीं है। वहीं विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अर्धघुमक्कड़ जनजाति विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, लोक सेवा प्रबंधन और उद्योग नीति विभाग में 26 साल से कम आयु का कोई भी नियमित कर्मचारी नहीं है।