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Dhaar News: नीमास्त्र व पांच पत्ती का काढ़ा तैयार कर उपयोग के लिए प्रेरित करें, किसानों को जीवामृत

 

Dhaar News: कृषि विज्ञान केन्द्र के सभागार में शुक्रवार को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक हाइब्रिड मोड में हुई। बैठक की अध्यक्षता डॉ वायपी सिंह, निदेशक विस्तार सेवाएं, कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर ने की। वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. धर्मेन्द्र सिंह ने बैठक का एजेंडा रखा। डॉ. अमित कुमार ने पिछले छह माह की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। छह माह की कार्ययोजना रखी। सुझाव मांगे। डॉ एसआर के सिंह ने कहा सफल तकनीकों और किस्मों को आगामी कार्ययोजना में शामिल किया जाए। डॉ वायपी सिंह ने फसल चक्र अपनाने की सलाह दी।

डॉ. भरतसिंह ने कहा किसानों के पास मौजूद पारंपरिक बीजों को संरक्षित करें। जीएस मोहनीया ने कपास की सघन पौध रोपण तकनीक को बढ़ाने का सुझाव दिया। केसी मगर ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए बायोयूनिट सेंटर स्थापित करने पर जोर दिया। किसानों को जीवामृत, नीमास्त्र,ब्रह्मास्त्र, पांच पत्ती का काढ़ा तैयार कर उपयोग करने के लिए प्रेरित करने की बात कही।

डॉ. जगदीश मौर्य, वरिष्ठ वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ ने मिर्च और कपास की फसल पर प्रदर्शन की आवश्यकता बताई। धार, अलीराजपुर और बड़वानी के वैज्ञानिकों ने सुझाव रखे। बैठक में दयाराम चौहान, डॉ. नरेश गुप्ता, जितेन्द्र सिंह, कार्यालय अधीक्षक और संतोष पाटीदार भी उपस्थित रहे। इसके अलावा जनपद पंचायत मनावर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, कृषि विभाग, अन्य संस्थाएं, एनजीओ और 25 अधिकारी-कर्मचारी व कृषक प्रतिनिधि ऑफलाइन उपस्थित रहे।