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Dhaar News: किसान कर रहे बीज उपचारित बोवनी से पहले

 

Dhaar News: बीते दो दिन से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। कहीं आंधी चल रही है, तो कहीं बारिश हो रही है। बारिश को देखते हुए किसान सोयाबीन की बोवनी से पहले बीज उपचार में जुट गए हैं। किसानों का कहना है हर साल सोयाबीन की फसल में कीट और रोग लगने से नुकसान होता है। कभी बारिश की कमी, तो कभी अधिकता से फसल प्रभावित होती है।

इस बार किसान नई विधि से बीज उपचार कर रहे हैं। कई किसान बोवनी से पहले बीज को दवाइयों और अंतरप्रवाहित कीटनाशकों से उपचारित कर रहे हैं। इससे फसल पर कीटों का असर नहीं होगा। किसानों का मानना है कि बीज उपचार से पौधा शुरुआत से ही कीट रहित और स्वस्थ रहेगा। जमीन में मौजूद तनामक्खी का लार्वा भी नष्ट हो जाएगा। पौधा जब जमीन से बाहर आएगा, तब नुकसान की आशंका नहीं रहेगी। बीमारियों की संभावना भी कम हो जाएगी।

20 से 40 किलो बीज को दवा के साथ मिलाते हैं

किसान राजपाल सिंह राठौर, राजेश पाटीदार, इंद्रजीत पटेल और अशोक चौधरी ने बताया अब बीज उपचार की मशीनें आ गई हैं। इनमें 20 से 40 किलो बीज लिया जाता है। दवा को मशीन के टब में डालकर बीज के साथ मिलाया जाता है। फिर बीज को तिरपाल पर सुखाकर थैलों में भर दिया जाता है। बोवनी के आठ दिन पहले तक यह प्रक्रिया की जा सकती है। बारिश के बाद कई किसान तुरंत यह काम कर लेते हैं। इस पद्धति से बीजों का उपचार करने से फायदा होता है। फसल को नुकसान होने का अंदेशा किसानों को नहीं रहता है। किसानों की चिंता कम होती है।