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एक माह बाद हुई रिमझिम बारिश, मुरझाई फसलों को मिली राहत

 

Dhaar News: बिड्याल क्षेत्र में लगभग एक महीने के लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार और शनिवार को हुई रिमझिम बारिश ने मुरझाई फसलों को राहत दी है। खेतों में सोयाबीन और अन्य खरीफ फसलों को जीवनदान मिला। हालांकि, हालात अब भी चुनौतीपूर्ण हैं। अब तक क्षेत्र में सामान्य बारिश की तुलना में लगभग 70 प्रतिशत कम बारिश हुई है। नदी-नाले और तालाब सूख चुके हैं। कुओं और नलकूपों का जलस्तर नीचे चला गया है, जिससे सिंचाई करना मुश्किल हो गया है।

कम बारिश और जलस्त्रोतों की कमी से खरीफ फसलों की पैदावार प्रभावित हुई है। कई जगह सोयाबीन और अन्य फसलें मुरझाने लगी हैं। किसानों का कहना है कि यदि जल्द अच्छी बारिश नहीं हुई, तो उत्पादन इतना कम होगा कि लागत भी नहीं निकल पाएगी।

श्रावण मास बीत चुका है और अब किसानों की उम्मीदें भाद्रपद मास पर टिकी हैं। इक्का-दुक्का बारिश हुई है, लेकिन नगर और आसपास के इलाकों में अभी भी भारी कमी बनी हुई है। खेतों में दरारें पड़ गई हैं और फसलें सूख रही हैं। किसानों का कहना है कि फसल दो महीने की हो चुकी है और अब पानी की सख्त जरूरत है।

गर्मी मई-जून जैसी महसूस हो रही है। कई गांवों में किसानों ने इंद्रदेव को खुश करने के लिए पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान किए हैं। किसान आसमान की ओर नजरें टिकाए अच्छी बारिश का इंतजार कर रहे हैं। रिमझिम बारिश से खेतों में थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन अधिक पैदावार के लिए अब भी नियमित बारिश आवश्यक है।